बोधगया में पालि एंड संस्कृत इंटरनेशनल भिक्खु एक्सचेंज प्रोग्राम का दलाईलामा ने किया शुभारंभ
बौद्ध धर्मगुरु ने मंगलवार को थाईलैंड के वट्पा बौद्ध मठ में पालि एंड संस्कृत इंटरनेशनल भिक्खु एक्सचेंज प्रोग्राम 2022-2027 का शुभारंभ करते हुए ये बातें कहीं. उन्होंने बौद्ध धर्म की भी चर्चा की व कहा कि एक शिक्षक के रूप में बुद्ध तो एक ही हैं, पर शिक्षण अलग-अलग तरह से किया जा रहा है.
बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा ने कहा कि धार्मिक अंतर्कलह विश्व शांति के लिए खतरा बनते जा रहा है. एक ही धर्म के लोग अलग-अलग पंथ व रास्ता अपना कर एक-दूसरे के खिलाफ हो रहे हैं. इस कारण हिंसा भी शुरू हो चुकी है. यह शांति के लिए उचित नहीं है. दलाई लामा ने अफगानिस्तान का हवाला देते हुए कहा कि यहां भी दो समुदायों के बीच आपसी मतांतर के कारण हिंसा व्याप्त है. इसी तरह अन्य धर्मों में भी ऐसा ही देखा जा रहा है.
पालि एंड संस्कृत इंटरनेशनल भिक्खु एक्सचेंज प्रोग्राम का हुआ शुभारंभ
बौद्ध धर्मगुरु ने मंगलवार को थाईलैंड के वट्पा बौद्ध मठ में पालि एंड संस्कृत इंटरनेशनल भिक्खु एक्सचेंज प्रोग्राम 2022-2027 का शुभारंभ करते हुए ये बातें कहीं. उन्होंने बौद्ध धर्म की भी चर्चा की व कहा कि एक शिक्षक के रूप में बुद्ध तो एक ही हैं, पर शिक्षण अलग-अलग तरह से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसी एक धर्म के लिए रास्ता व परंपरा भी एक ही होनी चाहिए. इससे मतभेद का जन्म नहीं होगा और इसके कारण सभी में आपसी प्रेम व मैत्री का विकास भी होगा.
हम सभी को मानवता के लिए काम करना चाहिए : दलाई लामा
दलाई लामा ने बुद्ध की शिक्षा को अंगीकार करने की नसीहत देते हुए कहा कि हम सभी को मानवता के लिए काम करना चाहिए. थोड़ा कठिन तो है, पर परिश्रम करने से आसान हो जायेगा. दुनिया को हिंसा से मुक्ति दिलाने के लिए मैत्री, प्रेम, करूणा व मानव प्रकृति को बढ़ावा देने पर बल देना चाहिए. भौतिक विकास जरूरी है, लेकिन उससे ज्यादा आवश्यक है विश्व बंधुत्व के लिए मानव प्रकृति का विकास होना.
पांच वर्षीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया
दरअसल, वट्पा बौद्ध मठ में पालि व संस्कृत परंपरा से जुड़े बौद्ध भिक्षुओं व अनुयायियों को एक छतरी के नीचे लाने व विश्व शांति के लिए एकजुट होकर काम करने के उद्देश्य से पांच वर्षीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. इस कार्यक्रम में दोनों परंपरा के भिक्षुओं के बीच वैचारिक एक्सचेंज प्रोग्राम आयोजित किये जायेंगे. इसको लेकर यहां दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें श्रीलंका, थाईलैंड, तिब्बत व भारत के भिक्षुओं द्वारा अपनी बात रखी जायेगी.
दलाई लामा ने बुद्ध मूर्ति के समक्ष पूजा-अर्चना की
इससे पहले दलाई लामा ने बुद्ध मूर्ति के समक्ष पूजा-अर्चना की व वट्पा बौद्ध मठ के मुख्य भिक्खु फ्रा बोधिनंदामुनि ने स्वागत किया. बौद्ध मठ के महासचिव रत्नेश्वर चकमा ने धन्यवाद ज्ञापन किया. कार्यक्रम में श्रीलंका, थाईलैंड, भारत व तिब्बत के वरीय भिक्षु व लामा शामिल हुए. थाइलैंड व वियतनाम से आये दर्जनों श्रद्धालु भी कार्यक्रम में शामिल हुए.