पटना. अब डेंगू घातक होकर संक्रमितों के लिवर पर असर कर रहा है. डेंगू संक्रमण के बाद ही लिवर के एन्जाइमस बढ़ाकर मरीजों के पेट में दर्द, ऐठन और सूजन की तकलीफ दे रहा है. इलाज कर रहे डॉक्टर भी हैरान हैं और मरीजों में इस तरह के लक्षणों पर लिवर के डैमेज होने का खतरा बढ़ गया है. अब तक शहर के पीएमसीएच, आइजीआइएमएस और एनएमसीएच में भर्ती 87 से अधिक मरीज रिपोर्ट हो चुके हैं. इसके अतिरिक्त गैस्ट्रो विभाग की ओपीडी आने वाले मरीजों की संख्या अधिक है. दूसरी ओर डॉक्टर इस बात लोकर हैरान हैं कि वर्तमान में न बारिश हो रही और नहीं गर्मी है बावजूद डेंगू के केस थमने का नाम नहीं ले रहा है.
पेट रोग विशेषज्ञ डॉ संजीव कुमार ने बताया कि डेंगू का रूप बदल रहा है. जिन मरीजों को पेट में तकलीफ हो रही है उनका टेस्ट किया जा रहा है तो रिपोर्ट में एसजीपीटी और एसजीओटी 300 से ज्यादा मिल रहा है, जबकि मानक 40 का है. सीधा मतलब है कि 8 गुना तक एसजीपीटी और एसजीओटी लिवर के लिए बेहद नुकसान देह साबित हो रहा है. मरीजों को दवाएं दी जा रही हैं लेकिन एसजीपीडी और एसजीओटी का स्तर लंबे समय बाद कम हो रहा है. डॉ संजीव कुमार ने बताया कि डेंगू वायरल शुरू के एक से दो दिन तक समान्य वायरल की तरह ही लक्षण दे रहा है. बाद में मरीजों में जटिलताएं सामने आ रही हैं. इसलिए सेहत का खास तौर पर ध्याल रखना बेहतद जरूरी है.
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डेंगू या वायरल के समय पेट में दाहिने तरफ दर्द हो तो सतर्क हो जाना चाहिए
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डॉक्टर को दिखाकर टेस्ट और अल्ट्रासाउंड करा सकते हैं
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इसी के बाद डॉक्टर की दवा पर ही इलाज कराना होगा
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खुद से इलाज करने की तनिक भी कोशिश न करें
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एंटीबायोटिक खुद से खाने की कोशिश न करें