मिथिला यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति की बढ़ी मुश्किलें, भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई शुरू

Darbhanga News: विशेष निगरानी इकाई में नवंबर 2021 में यह शिकायत दर्ज कराई गई थी. एसवीयू ने मामले की करीब तीन वर्ष पड़ताल करने के बाद अब विवि के पूर्व कुलपति समेत 15 व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

By Ashish Jha | September 6, 2024 11:23 AM

Darbhanga News: पटना. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने करोड़ों के सरकारी धन के दुरुपयोग, भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी की शिकायत के बाद एलएन मिथिला विवि के पूर्व कुलपति सुरेंद्र प्रताप सिंह, तत्कालीन रजिस्ट्रार मुश्ताक अहमद, तत्कालीन वित्त सलाहकार कैलाश राम व फैज रहमान समेत कुल 15 व अन्य के खिलाफ पीसी एक्ट 1988 की धारा 12आर, 13(2), 13(1) (बी), भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 61, 316, (5) और 318 के तहत मुकदमा दर्ज किया है.

तीन वर्षों तक पड़ताल के बाद दर्ज हुई प्राथमिकी

विशेष निगरानी इकाई के समक्ष रोहित कुमार नामक एक व्यक्ति ने भ्रष्टाचार के मामले में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में करोड़ों के सरकारी धन की हेराफेरी के साथ टेंडर का अनियमित भुगतान होना, वेंडरों को ज्यादा भुगतान समेत अन्य आरोप थे. विशेष निगरानी इकाई में नवंबर 2021 में यह शिकायत दर्ज कराई गई थी. एसवीयू ने मामले की करीब तीन वर्ष पड़ताल करने के बाद अब विवि के पूर्व कुलपति समेत 15 व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

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प्राथमिकी में इनके भी नाम

डिप्टी रजिस्ट्रार सुरेंद्र कुमार, कॉलेज इंस्पेक्टर अशोक कुमार मेहता, विकास पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार, जूनियर इंजीनियर केशव कुमार, एसएमएच इकबाल, प्रश्नपत्र के आपूर्तिकर्ता एक्सएलआइसीटी प्रालि लखनऊ एंरू सॉफ्टप्रो इंडिया कंप्यूटर टेक्नोलाजी प्रालि लखनऊ, कुलपति के निजी सचिव कोशिला नंदन श्रीवास्तव, अतुल श्रीवास्तव, अजय मिश्रा, संदीप दुबे, एमए कुमार व अन्य.

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