डाटा इंट्री कर्मियों के हड़ताल का असर पटना जिले के निबंधन कार्यालयों पर रहा. शनिवार को पटना सदर के अलावा दानापुर, फुलवारी, बाढ़, बिक्रम, मसौढ़ी और पटना सिटी सहित कुल सात निबंधन कार्यालयों में कोई संपत्ति रजिस्ट्री नहीं हुई.
पटना जिला प्रशासन के सूत्रों के अनुसार सभी कार्यालयों को मिला कर करीब 450 रजिस्ट्री नहीं हो पायी. इसके कारण निबंधन कार्यालयों को करीब पांच करोड़ का राजस्व नहीं आया. शनिवार को जिले के करीब 42 डेटा इंट्री कर्मचारी काम पर नहीं आये.
जिले में केवल पटना सदर में 60 के लगभग संपत्ति मसलन जमीन और मकान की रजिस्ट्री नहीं हो पायी. सुबह से ही ऑपरेटरों ने कोई काम नहीं किया. अधिकांश ऑपरेटर कार्यालय में भी नहीं आये. वहीं, बगैर पूर्व सूचना के कारण निबंधन कार्यालय में लोग पहुंच गये थे. कार्यालय में पहुंचने के बाद पता चला की ऑपरेटरों के अभाव में काम नहीं हो रहा है. इससे उनको परेशानी हुई. मालूम हो कि केवल पटना सदर में हर दिन करीब 55 से 60 के करीब रजिस्ट्री का काम होता है. इससे करीब 2.5 करोड़ के राजस्व की प्रतिदिन आमदनी होती है.
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जिला निबंधन पदाधिकारी धनंजय राव ने बताया कि शनिवार को कार्यालय में काम नहीं हो सका, लेकिन शनिवार की रात तक दूसरे जिलों के स्थानांतरण कर आये 20 ऑपरेटरों ने योगदान कर लिया है. सोमवार को और ऑपरेटर ज्वाइन कर लेंगे. इनकी आइडी बन जायेगी. इससे कामकाज सामान्य हो जायेगा. वहीं सदर में जिन 60 संपत्तियों की रजिस्ट्री नहीं हुई है. उनको सोमवार का समय दिया गया है. अतिरिक्त समय देकर सबकी रजिस्ट्री की जायेगी.
Posted By: Thakur Shaktilochan