पटना : पटना जिला प्रशासन ने कोरेंटिन सेंटरों में रहने वाले 5608 श्रमिकों के कौशल व क्षमता का आकलन कर रोजगार के लिए डाटाबेस तैयार कर लिया है. बिहार के बाहर से आये श्रमिकों को रोजगार देने के लिए यह कवायद की जा रही है. इसके साथ ही मनरेगा योजना के तहत निबंधन के उपरांत 696 जॉब कार्ड का भी वितरण कर दिया गया. फिलहाल मनरेगा के तहत 310 पंचायतों में संचालित 9980 कार्यों में 50968 मजदूर काम कर रहे हैं. जिलाधिकारी कुमार रवि ने इस कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है. उन्होंने बताया कि कोरेंटिन सेंटरों में प्रवासी मजदूरों के कौशल व क्षमता का आकलन करने की प्रक्रिया जारी है. विदित हो कि इस कार्य के लिए उप विकास आयुक्त रिची पांडेय की अध्यक्षता में एक टीम गठित की गयी थी. पटना जिला में मनरेगा व जल-जीवन-हरियाली के तहत 310 पंचायतों में 9980 कार्य संचालित किये जा रहे हैं. इसमें कुल 50968 श्रमिक कार्यरत हैं.
सेक्टर वार स्थिति
ड्राइवर – 46, कारपेंटर – 62, ई-कॉमर्स सेक्टर – 32, इलेक्ट्रीशियन – 46, इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर-17, फेब्रिकेशन सेक्टर – 96, मैकेनिक – 30, गार्डनर – 13, गैस स्टोव मरम्मत – 12, गेट व ग्रिल वेल्डिंग मैकेनिक – 17, मिस्त्री – 66, मिस्त्री हेल्पर – 372, पेंटर – 97, प्लंबर व फीटर – 16, सिक्युरिटी गार्ड- 14, टेलर – 53, निर्माण कार्य में कार्यरत मजदूर -231, रोड ब्रिज डैम कंस्ट्रक्शन -60, ईंट निर्माण व स्टोन क्रशिंग में – 70, लोहार का कार्य – 17 , कॉल सेंटर – 10, बढ़ई – 62, कार रिपेयर – 8, निर्माण कार्य में संलग्न अकुशल मजदूर – 1992, निर्माण कार्य में संलग्न अस्थाई अकुशल मजदूर – 231