बहू ने अपनी बहन और भाई के लड़के से करायी थी ससुर की हत्या
मसौढ़ी. दहिभत्ता निवासी जमीन कारोबारी जयप्रकाश सिंह उर्फ भोला सिंह (55वर्ष) की हत्या उसकी खुद की बहू रंभा कुमारी ने साजिश के तहत अपनी बहन व भाई के लड़के से 25 जून को ट्रेन में करवायी थी.
मसौढ़ी. दहिभत्ता निवासी जमीन कारोबारी जयप्रकाश सिंह उर्फ भोला सिंह (55वर्ष) की हत्या उसकी खुद की बहू रंभा कुमारी ने साजिश के तहत अपनी बहन व भाई के लड़के से 25 जून को ट्रेन में करवायी थी. पुलिस ने बहू समेत तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि हत्या में प्रत्युत पिस्तौल बरामद नहीं हुई है. इसका खुलासा सोमवार को एसडीपीओ नभ वैभव ने प्रेसवार्ता में किया. बता दें कि इसके पूर्व 11 जून को भी जयप्रकाश पर दहिभत्ता स्थित घर पर जानलेवा हमला किया गया था. गोली उनकी हथेली पर लगी थी. इलाज कराने के लिए पीएमसीएच में भर्ती थे. 25 जून को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद वह ट्रेन से घर आ रहे थे, इसी दौरान नीमा के पास गोली मार कर उनकी हत्या कर दी गयी थी. एसडीपीओ ने बताया कि जयप्रकाश सिंह की हत्या ट्रेन में योजना बनाकर की गयी. उन्होंने बताया कि प्रिंस ने जयप्रकाश सिंह को गर्दन में सटाकर तब गोली मारी थी जब उसका पुत्र गुलशन बाथरूम गया था. हालांकि श्याम किशोर शर्मा वहीं मौजूद था, जिसे सब कुछ जानकारी थी. 25 जून को पीएमसीएच से जयप्रकाश सिंह को जब रछुट्टी मिली तो रात दस बजे ट्रेन पकड़ने गुलशन व श्यामकिशोर शर्मा के साथ पटना जंक्शन पहुंचे थे, उसके पहले श्यामकिशोर ने प्रिंस को इसकी जानकारी देते हुए पटना में बुला लिया. और बता दिया कि जहां हम बैठे उसके आसपास ही रहना. आखिरकार वहीं हुआ, नीमा के पास जयप्रकाश सिंह को गोलीमार कर हत्या कर देने के बाद पिस्तौल को नदी में फेंक दिया और प्रिंस मसौढ़ी तक ट्रेन की दूसरे बोगी में चढ़ कर आया और मसौढ़ी से वह अपने घर सगुनी चला गया.जमीन कारोबारी की पत्नी का देहांत पूर्व में ही हो गयी था, जबकि उसके एक अन्य पुत्र की भी बीमारी से मौत पहले ही हो चुकी है. उन्हें एक मात्र पुत्र गुलशन कुमार है जो फिलहाल झारखंड के चतरा में रहकर होटल में कुक का काम करता था. कुछ दिन से वह सपरिवार अपने घर दहिभत्ता आ गया था. एसडीपीओ नभ वैभव ने बताया कि पुलिस की जांच में जो तथ्य सामने आया है उसमें जयप्रकाश सिंह के पास करीब सात से आठ बीघा जमीन थी. उसमें से जयप्रकाश सिंह धीरे-धीरे जमीन को बेंच मौज मस्ती करते थे और पुत्र व बहू को उसमें से कुछ नहीं देते थे. इधर कुछ जमीन वह अपने भाई चंद्र भूषण शर्मा के हाथों बेचने बेचकर मौज मस्ती में उड़ा देंगे. रंभा अपना व अपने दो छोटे-छोटे बच्चों की भविष्य को लेकर चिंतित होने लगी थी. यहीं से उसने जयप्रकाश सिंह की हत्या कराने की ठान ली, ताकि उसकी संपत्ति बिकने से बच जाये. बताया जाता है कि बहू रंभा 11 जून को अपने मायके थाना के सगुनी यह कहकर गयी कि वहां यज्ञ होना है, उसमे भाग लेने जाना है. वहां उसकी बहन का लड़का धनरूआ के भखरी निवासी जयप्रकाश शर्मा व अपने भाई सुरेंद्र शर्मा के बेटे प्रिंस कुमार से सारी बात को कहा. पुलिस की मानें तो उसी दिन दोनों लड़के श्याम किशोर शर्मा व प्रिंस कुमार बाइक से दहिभत्ता पहुंचे और जयप्रकाश सिंह को गोली मार दी जो उसके हथेली में लगी थी.
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