वरिष्ठ लेखक और नाटककार पद्म श्री से सम्मानित दया प्रकाश सिन्हा को उनके नाटक ‘सम्राट अशोक’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया गया था. हिंदी साहित्य के इतिहास में पहली बार किसी नाटक को यह पुरस्कार दिया गया था. अब दया प्रकाश सिन्हा ने यह कहकर विवाद को पैदा कर दिया है कि सम्राट अशोक क्रूर, कामुक और बदसूरत थे. इसके अलावा और भी कई विवादित बयान दिये तो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने लेखक पर हमला बोला है और तमाम पुरस्कार वापस करने की मांग प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से की है.
दरअसल, एक इंटरव्यू में दया प्रकाश सिन्हा ने सम्राट अशोक को लेकर कई विवादित बयान दे दिये. उन्होंने अशोक को भाई का हत्यारा बताकर औरंगजेब से तुलना कर दी और क्रुर बताया. अपने पिता की हत्या का कारण भी लेखक ने अशोक के मत्थे दे दिया. बताया कि अशोक बेहद बदसूरत थे और कामुक भी थे. लेखक ने कहा कि देश के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के पाठ्यक्रमों में भी सम्राट अशोक के उजले पक्ष को ही शामिल किया गया है. जबकि उनकी असलियत इससे अलग भी थी. श्रीलंका के तीन बौद्ध ग्रंथों का उन्होंने हवाला देकर ये बयान दिया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अपने दिये इंटरव्यू में लेखक दया प्रकाश सिन्हा ने कहा कि अशोक चंडाशोक यानी क्रूर था और उसने बौद्ध भिक्षुओं की हत्या करवाई थी. लेखक ने विवादित बयान देते हुए कहा कि अशोक दिखने में बेहद बदसूरत था. उसके चेहरे पर त्वचा की बीमारी थी. कुछ स्त्रियों ने उसके प्रति घृणा दिखाई तो उसने स्त्रियों को जला दिया था. बता दें कि ऐसे कई आरोप लेखक ने अशोक पर लगाए.
Also Read: Viral Video: ‘बाप को बुला लो, नहीं देंगे रिसीविंग…’ महिला पर लाल-पीला होते पटना के वर्दी वाले साहेबवहीं इस इंटरव्यू को लेकर अब सियासत गरमा गयी है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने ताबतोड़ ट्वीट कर हमला किया है. उन्होंने लिखा कि बृहत अखंड भारत के एकमात्र चक्रवर्ती सम्राट “प्रियदर्शी अशोक मौर्य” का स्वर्णिम काल मानवता व लोकसमता के लिए विश्वभर में जाना जाता है. सम्राट अशोक बिहार व भारत के अमिट प्रतीक थे और हैं.
ललन सिंह ने लिखा कि सम्राट अशोक मौर्य और बिहार के साथ कोई खिलवाड़ करे, सच्चे भारतीय कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे.सम्राट अशोक के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति किसी सम्मान के लायक नहीं. ललन सिंह ने पीएम मोदी से सख्त कार्रवाई की मांग की. राष्ट्रपति से आग्रह किया कि लेखक का पद्मश्री व सभी अन्य पुरस्कार रदद् हो व इन्हें भाजपा निष्कासित करे. सीएम नीतीश कुमार सम्राट अशोक के नाम से कई योजनाएं चला रही है.
Posted By: Thakur Shaktilochan