संवाददाता, पटना
चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (सीएनएलयू) में तीन दिवसीय नेशनल पार्लियामेंट्री डिबेट का फाइनल रविवार को हुआ. फाइनल में दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) और आइआइटी बॉम्बे की क्रास टीम 15वें संस्करण की विजेता बनीं. उपविजेता वन एंड हाफ बंगालिस इन सैनिक फार्म रही. बेस्ट स्पीकर का पुरस्कार अंगद सिंह चावला और बेस्ट एडज्यूडिकेटर का खिताब प्रत्युष कुमार शेखर को दिया गया. बेस्ट नोवीस स्पीकर का अवार्ड अहंंग शिंदे ने जीता. फाइनल राउंड का विषय छोटे दलों को गठबंधन सरकार में सहभागिता करनी चाहिए या नहीं थी. दोनों टीमाें ने पक्ष और विपक्ष में जोरदार तर्क दिये. डिबेट में 12 से अधिक राज्यों के प्रतिभागी 13 से 15 सितंबर तक बहस में शामिल हुए. विजेता को 1.51 लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया.
कानून के विद्यार्थियों के लिए डिबेट जरूरी : मुख्य अतिथि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने कहा कि शिक्षा में डिबेट की अहम भूमिका है. कानून बनाते समय समाज पर पड़ने वाले प्रभाव को भी ध्यान में रखना चाहिए. कुलपति प्रो फैजान मुस्तफा ने वाद-विवाद के महत्व को रेखांकित किया. कुलपति ने अपर मुख्य सचिव को विकास के लिए धन उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद दिया. पूर्व कुलपति सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति मृदुला मिश्रा ने कहा कि उन्होंने दिवंगत पति की स्मृति में सीएनएलयू पार्लियामेंट्री डिबेट की शुरुआत करायी थी.
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