Patna : दिल्ली विवि के प्रोफेसर की होटल के कमरे में संदिग्ध परिस्थिति में मौत

डाकबंगला स्थित मारवाड़ी आवास गृह होटल के कमरा नंबर 77 में दिल्ली विवि के प्रोफेसर 60 वर्षीय वाचस्पति मिश्रा की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी है. वह जमीन सर्वे को लेकर दरभंगा आये थे. लौटने के क्रम में यहां रुके थे.

By Prabhat Khabar News Desk | August 31, 2024 1:19 AM

संवाददाता, पटना : कोतवाली थाने के डाकबंगला स्थित मारवाड़ी आवास गृह होटल के कमरा नंबर 77 में शुक्रवार को एक प्रोफेसर की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी है. मृतक की पहचान दिल्ली विवि के प्रोफेसर 60 वर्षीय वाचस्पति मिश्रा के रूप में हुई है. वह मूल रूप से सहरसा के रहने वाले थे और परिवार के साथ धनबाद के हीरापुर थाने के विनोद नगर में त्रिमूर्ति मंदिर के पास रहते थे. अभी दिल्ली के राजधानी कॉलेज में गेस्ट टीचर थे. सूचना मिलने के बाद कोतवाली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. मौके पर एफएसएल की टीम भी पहुंची और जांच की. कोतवाली थानेदार राजन कुमार ने कहा कि धनबाद पुलिस को सूचना दे दी गयी है. मृतक का परिवार फिलहाल दरभंगा में है. उनसे बात हो गयी है. परिजन आ रहे हैं. कमरा अंदर से बंद था. वाचस्पति मिश्रा पलंग से नीचे गिरे हुए थे. उनका बायां हाथ पूरा काला पड़ गया था.

फोन नहीं उठाने पर हुआ शक

मैनेजर ने बताया कि प्रो वाचस्पति मिश्रा मारवाड़ी होटल में हमेशा आते रहते थे. 28 अगस्त की रात 12:20 बजे होटल पहुंचे. एक लगेज था. वह बोले कि यहां से धनबाद निकलना है. लेकिन, आने के बाद से वह कमरे से नहीं निकले. पहले स्टाफ ने दरवाजा को नॉक किया. इसके बाद रूम के टेलीफोन पर कॉल किया. जब कोई जवाब नहीं आया, तो स्टाफ ने मैनेजर को इसकी जानकारी दी. मैनेजर ने भी दिये गये नंबर पर कॉल किया, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं आया. जब सभी कमरे के पास गये, तो बदबू आ रही थी. इसके बाद मैनेजर ने कोतवाली पुलिस को जानकारी दी. पुलिस जब कमरा खोल कर अंदर गयी, तो वाचस्पति मिश्रा सिर के बल बिस्तर से नीचे गिरे हुए थे. पुलिस मारवाड़ी आवास गृह के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है.

जमीन सर्वे को लेकर आये थे दरभंगा

डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि आशंका जतायी जा रही है कि हार्ट अटैक से मौत हुई होगी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मृत्यु के कारणों का पता चल सकेगा. कमरे को लॉक कर दिया गया है. कोतवाली थानाध्यक्ष राजन कुमार ने बताया कि वह दिल्ली से दरभंगा जमीन सर्वे को लेकर आये थे व अपने एक डॉक्टर मित्र से भी मिले. इसके बाद राजगीर में एक रिटायर्ड आइपीएस मित्र से मिलने के बाद पटना पहुंचे थे.

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