कैंपस : पीयू में एंट्रेंस टेस्ट के आधार पर हो एडमिशन, नहीं तो होगा आंदोलन
पटना विश्वविद्यालय के छात्रों ने राज्यपाल के आदेश से हो रही स्नातक नामांकन प्रक्रिया के खिलाफ विरोध करना शुरू कर दिया है.
फोटो भी है -मेरिट के आधार पर स्नातक में नामांकन का छात्रों का विरोध शुरू संवाददाता, पटना पटना विश्वविद्यालय के छात्रों ने राज्यपाल के आदेश से हो रही स्नातक नामांकन प्रक्रिया के खिलाफ विरोध करना शुरू कर दिया है. छात्रों ने कुलपति को अपनी मांग पत्र का ज्ञापन सौंपा है. इसमें उन्होंने कहा की हाल ही में राज्यपाल ने पीयू में नये स्नातक सत्र 2024-28 के प्रवेश प्रक्रिया में एक बदलाव किया है, जिसमें 12वीं के अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट के आधार पर नामांकन लिया जायेगा. इस प्रक्रिया को न्यायसंगत नहीं मानते हैं और पूर्व से चली आ रही प्रवेश परीक्षा का आयोजन कर नामांकन लिया जाये. छात्रों ने अपने मांगपत्र में कहा की एनइपी 2020 को लाकर शिक्षा चार गुना महंगा कर चुका है, जिससे गरीब वर्ग के लिए विश्वविद्यालय पहुंचना मुश्किल हो जायेगा. अब स्नातक में नामांकन 12वीं के अंकों के आधार पर होगा. पीयू में स्नातक में नामांकन लेने का निर्णय से बीएसइबी के बच्चों को शिक्षा से दूर करने की कोशिश की जा रही है. विद्यार्थियों की अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष प्रवेश प्रक्रिया को सुनिश्चित कर सकती है. इससे छात्र को अपनी प्रतिभा को दिखाने का अवसर भी प्राप्त होगा. मांग-पत्र में आगे छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से यह भी मांग की है बीएसइबी के 12वीं पास छात्रों के लिए विश्वविद्यालय में स्नातक की 50 प्रतिशत सीटों को आरक्षित कर उन छात्रों के लिए अलग से मेरिट लिस्ट को प्रकाशित किया जाये. छात्र नेता अमन लाल ने कहा कि यदि विश्वविद्यालय ने हमारा मांगों को नहीं माना जाता है, तो हम पटना विश्वविद्यालय के छात्र, विश्वविद्यालय की अपने शैक्षणिक विरासत को बचाने के लिए पटना विश्वविद्यालय के प्रशासन से राजभवन तक लंबी लड़ाई लड़ी जायेगी. कुलपति से मुलाकात के दौरान छात्र अमर कुमार, अमन लाल, रोहित कुमार, दीपांकर प्रकाश और साथ में विश्वविद्यालय के अन्य छात्र शामिल थे.