आज से बजेगी शहनाई, पटना में बैंड-बाजा के साथ डीजे की डिमांड, बाजारों में लौटी रौनक

दो-तीन महीनों के बाद आज फिर से शहनाई की आवाज सुनाई देगी. जुलाई महीना शुरू होने के साथ शादी-विवाह का शुभ मुहूर्त शुरू हो गया है. हिंदू धर्म में शुभ मांगलिक कार्यक्रम के लिए शुभ तिथि का लोग इंतजार करते हैं. हालांकि, यह गूंज महज हफ्ता भर ही रहेगी. 17 जुलाई से देवशयनी एकादशी से चातुर्मास लग जायेगा. फिर देव उठनी एकादशी के बाद नवंबर में ही विवाह के शुभ मुहूर्त हैं. जुलाई में शादियों के शुभ मुहूर्त होने से बाजारों में रौनक बढ़ गयी है. ऐसे में बैंड, बाजार और बारात से वेडिंग इंडस्ट्रीज एक बार फिर रफ्तार पकड़ेगी.

By Anand Shekhar | July 9, 2024 6:05 AM

Wedding Season: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के स्थान परिवर्तन से मानव जीवन, पृथ्वी एवं व्रत-त्योहार के साथ-साथ मांगलिक कार्यों पर भी असर पड़ता है. इसी क्रम में पिछले दो-तीन महीने से शुभ फलप्रदाय ग्रहों में गुरु व शुक्र ग्रह के अस्त होने से हिन्दुओं के सभी मांगलिक एवं शुभ कार्य पर विराम लगा था. अब ग्रहों की स्थिति सामान्य होने पर आज से शादी-ब्याह एवं अन्य सभी शुभ कार्य का सिलसिला शुरू हो रहा है. मंगलवार से बैंड-बाजा एवं शहनाई की गूंज सुनाई देगी. 

वहीं मांगलिक कार्यों के शुरू होने से इस सीजन में वेडिंग इंडस्ट्रीज को अच्छे कारोबार की उम्मीद है. पटना जिले में इस महीने आज से 15 जुलाई के बीच शुभ मुहूर्त में करीब सात हजार शादियां होनी हैं. ऐसे में शहर के सभी छोटे-बड़े होटल और बैंक्वेट हॉल बुक हो चुके हैं. साथ ही लाइट-डीजे, कैटरर्स और घोड़ी-बग्घी की भी एडवांस बुकिंग हो चुकी है. बरसात होने के कारण टेंट कारोबारियों को भी काफी उम्मीद है.

शहर में करीब 50 के बैंड पार्टियां हैं. मुहल्ले व कॉलोनियों में भी छोटी-बड़ी 30 से 40 बैंड पार्टियां हैं. शहर के ज्यादातर बैंड पहले ही बुक हो गये हैं. कैटरिंग व डीजे का कारोबार करने वाले जसपाल सूरी ने बताया कि इस बार जुलाई में कम लग्न की वजह से अधिक से अधिक शादियां हो रही हैं. इसलिए तीन से चार महीने पहले ही कई लोगों ने बुकिंग करा ली है.

बारिश ने बढ़ाई बैंक्वेट हॉल व होटल की मांग

बारिश के कारण बैक्वेट हॉल और होटल की बुकिंग ज्यादा हुई है. शहर के गोला रोड, दीघा आशियाना, न्यू बाइपास, राजीव नगर के अलावा गांधी मैदान, फ्रेजर रोड, डाकबंगला, राजा बाजार आदि प्रमुख इलाकों में संचालित अधिकतर होटल बुक हो चुके हैं. पटना में करीब 150 से अधिक बैंक्वेट हॉल व होटल हैं, जहां शादियां होती हैं. इसके अलावा सरकारी विभागों के कम्युनिटी हॉल और धर्मशाला हैं, जिनमें से अधिकतर बुक हो गये हैं. जानकार बताते हैं कि पहले से ही लोग अपनी तैयारियों में जुट गये थे, जिसकी वजह से अधिकतर जगहों की बुकिंग हो गयी है. वहीं दूसरी ओर सर्राफा बाजार व कपड़ा बाजार में रौनक लौट गयी है.

सर्राफा बाजार और कपड़ा बाजार में लौटी रौनक

इस माह होने वाले मांगलिक कार्यों के कारण बाजार की रौनक बढ़ गयी है. ज्वेलरी, कपड़ा, बर्तन, किराना, ब्यूटी पार्लर समेत अन्य दुकानों पर लोगों की भीड़ नजर आ रही है. खेतान मार्केट में साड़ी का व्यापार करने वाले दुकानदारों का कहना है कि वैसे तो इस माह शादी की कम ही तारीख हैं, लेकिन फिर भी बाजार में चहल-पहल बढ़ गयी है. शादियों के लिए लोग खरीदारी करने के लिए जून के आखिरी सप्ताह से आ ही रहे हैं. वहीं जुलाई में इनकी संख्या और ज्यादा हो गयी है. वहीं सर्राफा व्यवसायियों का कहना है कि ज्वेलरी व अन्य सामान के कारोबार में बढ़ोतरी हुई है. जुलाई, नवंबर और दिसंबर में होने वाली शादियों को लेकर ज्वेलर्स का कारोबार अच्छा जा रहा है.  

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बैंड संचालकों ने कहा- इस माह की बुकिंग कम हुई है

इस साल शादी का सीजन अभी तक फीका ही रहा है. इससे कारोबार को भी घाटा हुआ है. मई व जून में भी लग्न नहीं था. वहीं जुलाई में कम ही शुभ मुहूर्त हैं. हमारे पास तीन से चार बुकिंग हैं. जहां पहले एक दिन में तीन से चार बुकिंग होती थी. शहनाई का रेट 6-7 हजार है, वहीं, लाइट भांगड़ा व बैंड इन तीनों का रेट 50 हजार है.
– मोहम्मद युनुस, संचालक, एवन बैंड बाजा फुलवारीशरीफ.

इस बार कारोबार में पूरा घाटा हुआ है. अभी तक एक भी बुकिंग नहीं हो पायी है. क्योंकि लग्न कम होने की वजह से लोगों को आसानी से बैंड, डीजे, शहनाई उपलब्ध हो जा रहे हैं. जबकि, पहले हम लोगों को बुकिंग करने में परेशानी होती थी. एक बार की बुकिंग में 11000 से लेकर 25000 तक की कमाई हो जाती थी.  
– मो. गुलाम सरवर, बैंड बाजा संचालक, राजा बाजार.

जुलाई में सिर्फ सात दिन बजेगी शहनाई

आचार्य राकेश झा ने बताया अप्रैल में शहनाई बजने के बाद मई व जून मास में ग्रहों की दुनिया के दो बड़े व प्रमुख ग्रह गुरु और शुक्र के अस्त होने से अब जुलाई में शादी-विवाह का सिलसिला शुरू होगा. मिथिला पंचांग के अनुसार जुलाई में केवल तीन शुभ मुहूर्त है तो बनारसी पंचांग के मुताबिक सात मुहूर्त है. इसके बाद चातुर्मास शुरू हो जायेगा. चातुर्मास के दौरान हिन्दू धर्मावलंबियों के सभी शुभ कार्य शादी-विवाह, जनेऊ, मुंडन, जैसे शुभ मांगलिक कार्य चार महीने के लिए बंद हो जायेगा.

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चातुर्मास में क्या करे क्या ना करे

चातुर्मास के दौरान भागवत पूजन, शिव पुराण का पाठ, महामृत्युंजय का जाप, एकांतवास में स्वाध्याय, दान-पुण्य, गौ एवं ब्राह्मण की सेवा, तीर्थ यात्रा, अनुष्ठान, बुजुर्गों की सेवा करनी चाहिए. इस दौरान शादी-विवाह, उपनयन, मुंडन, गृह प्रवेश, भूमिपूजन, बहुमूल्य वस्तुओं की खरीदारी, मांगलिक कार्य आदि नहीं करना चाहिए.

वैवाहिक शुभ मुहूर्त

  • बनारसी पंचांग के अनुसार
    • जुलाई: 9,10,11,12,13,14,15
    • नवंबर: 16,17,22,23,24,25,26,28,29
    • दिसंबर: 2,3,4,5,9,10,11,14,15
  • मिथिला पंचांग के मुताबिक
    • जुलाई: 10,11,12
    • नवंबर: 18,22,25,27
    • दिसंबर: 1,2,5,6,11

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