माउंटेन मैन बाबा दशरथ मांझी को भारत दिलाने की मांग को लेकर गया जिले के गेहलौर घाटी से रविवार को 13 सदस्यीय दल दिल्ली के लिए पैदल रवाना हो गया. पदयात्रा में भाग लिए 13 सदस्यों ने कहा कि बाबा अपने जीवन काल में दिल्ली पैदल पहुंचे थे, तो आज हम सभी 13 सदस्य मिलकर घाटी से पैदल दिल्ली पहुंच कर उनके लिए भारत रत्न की मांग सरकार से करेंगे.
दिल्ली पदयात्रा को हरी झंडी दिखाने पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी गेहलौर घाटी पहुंचे और दिल्ली पदयात्रा में भाग लेने वाले सदस्यों को टोपी व माला पहना कर सम्मानित किया. मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी कुर्सी पर बाबा दशरथ मांझी को बैठा कर सम्मान दिया था. इतना ही नहीं, उनकी वजह से ही उनके नाम के आगे पूर्व मुख्यमंत्री लगाया जाता है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दशरथ बाबा को भारत रत्न की मांग तो काफी दिनों से की जा रही है, पर कोई सुनने को तैयार नहीं हैं. दिल्ली पदयात्रा में भाग लिए 13 सदस्यों की अगुआइ सत्येंद्र मांझी कर रहे हैं, जिनके साथ नागेश्वर मांझी, शकलदेव दास, सुरेश, जेठू मांझी, उपेंद्र, अमेरिका दास, हुलास मांझी, शिवशरण मांझी, विलास नारायण मांझी, सागर कुमार दिल्ली के लिए जा रहे हैं. इन सभी सदस्यों का प्रशंसा करते हुए कहा कि जो भारत रत्न के लिए दिल्ली पदयात्रा का निर्णय सतेंद्र मांझी गौतम के द्वारा लिया गया है, उसमें हम तहे दिल से समर्थन करते हैं.
जीतनराम मांझी ने कहा कि पदयात्रा में जो भी समस्या उत्पन्न होगी, उसके लिए हम हर संभव तैयार रहेंगे. जिस-जिस राज्य में पदयात्रा करते लोग दिल्ली जायेंगे उनकी सुरक्षा एवं मदद के लिए उस राज्य के गवर्नर, सिक्योरिटी, मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर सूचना देंगे. इस मौके पर एससी-एसटी कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन, विधायक ज्योति मांझी, शिक्षक सह उद्घोषक दीपक कुमार, उदय पासवान, नंदलाल मांझी सहित कई लोग मौजूद थे.