काले कांच से वीवीपैट में छेड़छाड़ का किया डेमो

पटना के गांधी मैदान स्थित गांधी संग्रहालय में इवीएम हटाओ सेना, सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) और राइट टू रिकॉल पार्टी की ओर से रविवार को प्रेसवार्ता की गयी. इसमें इवीएम हटाओ सेना के राष्ट्रीय प्रभारी पवन कुमार शर्मा ने इवीएम मशीन के कार्यशील मॉडल का प्रदर्शन किया.

By Prabhat Khabar News Desk | May 6, 2024 12:50 AM

– सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) और राइट टू रिकॉल ने इवीएम के साथ मतपत्र की मांग की

संवाददाता, पटना

पटना के गांधी मैदान स्थित गांधी संग्रहालय में इवीएम हटाओ सेना, सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) और राइट टू रिकॉल पार्टी की ओर से रविवार को प्रेसवार्ता की गयी. इसमें इवीएम हटाओ सेना के राष्ट्रीय प्रभारी पवन कुमार शर्मा ने इवीएम मशीन के कार्यशील मॉडल का प्रदर्शन किया. इसके माध्यम से उन्होंने दिखाया कि कैसे इवीएम में मौजूद काले कांच की वजह से पूरे भारत में करोड़ों कागज के वोटों को भी बदला जा सकता है. बताया कि इवीएम आइआइटी दिल्ली स्नातक और अमेरिका से स्नातकोत्तर इंजीनियर राहुल चिमनभाई मेहता ने बनायी है. उन्होंने दिखाया कि पहले मतदाता ने केले का बटन दबाया और रोशनी जलने पर वीवीपैट में केले की पर्ची देखी. इसके बाद दूसरे मतदाता ने भी केले का बटन दबाया और उसने भी केले की छपी हुई पर्ची वीवीपैट में देखी. इस प्रकार दो वोटरों ने बारी–बारी से केले का बटन दबाया और पर्ची भी केले की ही देखी. लेकिन, वीवीपैट खोलने पर एक केला और एक सेब की पर्ची निकली. उनके अनुसार इस वोट की चोरी का पता न तो मतदाता को चलेगा न ही वहां मौजूद किसी अधिकारी को.

सौ फीसदी पर्चियां मिलाने से भी नहीं पकड़ी जायेगी चोरी: संदीप

इस दौरान सोशलिस्ट पार्टी के संदीप पांडेय ने कहा कि वीवीपैट की 100 प्रतिशत पर्चियां गिनने से भी चोरी पकड़ी नही जायेगी क्योंकि कागज की पर्चियों को इवीएम में काले कांच की मौजूदगी से बदला जा सकता है. इस कारण मतगणना के समय काउंटिंग यूनिट के इलेक्ट्रॉनिक वोटों का वीवीपैट की कागज की पर्चियों से मिलान करने पर इलेक्ट्रॉनिक वोट का कागज के वोटों से 100 प्रतिशत मिलान हो जायेगा और वोटों की चोरी पकड़ी नहींजा सकेगी. कहा कि यदि राहुल मेहता का यह प्रोग्राम 10 लाख सरकारी इवीएम में है, तो हर इवीएम 50- 100 वोट चोरी कर सकता है. देश में करोड़ों वोट चोरी हो सकती है और काले कांच के कारण यह चोरी पकड़ी नहीं जा सकेगी. उन्होंने कहा कि इसका एक ही समाधान है कि इवीएम के साथ-साथ प्रत्येक बूथ पर चुनाव आयोग मतपत्र भी उपलब्ध कराये.

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