मतदान से मजबूत होगा लोकतंत्र
प्रभात खबर और श्री अरविंद महिला कॉलेज के इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब के सहयोग में ‘वोट करें, देश गढ़े’ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को किया गया. इस आयोजन का मकसद युवा वोटरों को इलेक्टोरल लिस्ट में कैसे अपना नाम शामिल करना है और वोट करना क्यों आवश्यक है? इसके बारे में बताया गया. इस अवसर पर मुख्य वक्ता के तौर पर पूर्व आइएएस डॉ विजय प्रकाश, डीपीआरओ लोकेश कुमार झा व कॉलेज की प्राचार्या प्रो साधना ठाकुर मौजूद रहीं.
– प्रभात खबर की ओर से अरविंद महिला कॉलेज में मतदाता जागरूकता अभियान, ‘वोट करें, देश गढ़े’ का हुआ आयोजन – मतदान की अहमियतों से रूबरू हुईं छात्राएं 150 से अधिक छात्राएं, वोट के अधिकार व वोटर कार्ड की मिली जानकारी प्रभात खबर और श्री अरविंद महिला कॉलेज के इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब के सहयोग में ‘वोट करें, देश गढ़े’ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को किया गया. इस आयोजन का मकसद युवा वोटरों को इलेक्टोरल लिस्ट में कैसे अपना नाम शामिल करना है और वोट करना क्यों आवश्यक है? इसके बारे में बताया गया. इस अवसर पर मुख्य वक्ता के तौर पर पूर्व आइएएस डॉ विजय प्रकाश, डीपीआरओ लोकेश कुमार झा व कॉलेज की प्राचार्या प्रो साधना ठाकुर मौजूद रहीं. ……………………………. लाइफ रिपोर्टर@पटना आपका एक वोट चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसलिए बहुमूल्य वोट का इस्तेमाल जरूर करें. लोकतंत्र को जीवित रखने के लिए हर वोटर का मतदान में हिस्सा लेना बेहद जरूरी होता है. अगर आप घर से निकल कर मतदान केंद्र में वोट डालने जायेंगी, तभी हम अपनी पसंद की सरकार बना सकते हैं. मतदान से ही लोकतंत्र मजबूत हो सकता है. यह बातें मुख्य वक्ताओं ने श्री अरविंद महिला कॉलेज में प्रभात खबर की ओर से आयोजित ‘वोट करें, देश गढ़े’ कार्यक्रम में कहीं. इस अवसर पर मुख्य वक्ता के तौर पर पूर्व आइएएस डॉ विजय प्रकाश और डीपीआरओ लोकेश कुमार झा थे. कॉलेज की प्राचार्या प्रो साधना ठाकुर ने कहा कि कॉलेज में छात्राओं को थ्योरी से जुड़ा ज्ञान कक्षाओं के माध्यम से मिलता है, लेकिन इस तरह के आयोजन से उन्हें प्रैक्टिकल ज्ञान का मिलता है. लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें. मैं चाहती हूं कि इस बार के चुनाव में आप सभी के उंगलियों में स्याही लगी हुई मिले, जो आपके कर्तव्यों को पूरा करना का प्रतीक होगा. …………………………………….. ‘अपना तंत्र खुद बनाओ और खुद चलाओ’ : डॉ विजय प्रकाश कार्यक्रम में मुख्य वक्ता पूर्व आइएएस डॉ विजय प्रकाश ने कहा कि हमारे समय में वोट करने लिए 21 साल का होना अनिवार्य था, लेकिन आप खुशकिस्मत हैं कि आप सभी अब 18 साल की उम्र में मतदान कर सकती हैं. अच्छा सेवक चुनना है, तो सही ढंग से वोट करें, यह देश की सेवा के लिए बनें है न कि शासन के लिए. डेमोक्रेटिक सोसाइटी तभी पूर्ण होगी जब डेमोक्रेसी अपने आप में पूरी होगी. इसके लिए जरूरी है शिक्षा में डेमोक्रेसी के महत्व पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाये. डेमोक्रेसी का मतलब ही है- ‘अपना तंत्र खुद बनाओ और खुद चलाओ’. पहले वोट ठप्पा लगाकर किया जाता था लेकिन आज इवीएम. जिन छात्राओं ने अब तक मतदाता सूची में अपना नाम शामिल नहीं करवाया है उनके पास दस दिनों का वक्त है. वह बीएलओ के पास जाकर या फिर हेल्पलाइन 1950 से संपर्क कर लोकतंत्र के इस पर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकती हैं. निष्ठा और समर्पण के साथ वोट करने जाएं डॉ विजय ने कॉलेज की छात्राओं से कहा कि आप निष्ठा व समर्पण के साथ वोट करने जाएं. वोट करने से पहले प्रत्याशियों के मेनिफेस्टो को पढ़ें. मैं आग्रह करूंगा प्राचार्या और पॉलिटिकल साइंस विभाग से कि वे इस चुनाव और पूर्व चुनाव के मेनिफेस्टो का पोस्टर छात्राओं के बीच जारी करें. इससे उन्हें न सिर्फ जानकारी मिलेगी, बल्कि अपने अधिकारों का बोध होगा. उन्होंने कहा कि गर्मी बहुत है, तो बहाने की बजाये सुबह घर से निकलकर वोट करने जाएं. अपने साथ पानी लेकर जाएं. ……………………………….. इस साल चूक गये, तो पांच साल बाद मिलेगा मौका : लोकेश झा जिला जनसंपर्क पदाधिकारी लोकेश कुमार झा ने कहा कि 18 साल पूरा कर चुके युवाओं के लिए वोट करने का सुनहरा अवसर है. पहली बार वोट देने का श्रेय युवाओं को लेना चाहिए. इस बार चुके, तो लोकसभा में पांच साल बाद वोट करने का अवसर मिलेगा. उस समय उम्र 23 साल होगी. आप सभी देश के भविष्य हैं. इसलिए खुद के साथ अपने आसपास के वोटरों को मतदान के दिन वोट करने के लिए प्रेरित करें. उन्होंने कहा कि शहर में सभी सुविधाओं के बावजूद पिछले लोकसभा में बांकीपुर, दीघा व कुम्हरार में वोटिंग प्रतिशत मात्र 35 प्रतिशत था. इस बार यह प्रतिशत बढ़ना चाहिए. उन्होंने छात्राओं को वोटर लिस्ट में नाम शामिल कराने के लिए चुनावी प्रक्रियाओं के बारे में भी जानकारी दी. …………………………….. राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का हुआ समापन ‘वोट करें, देश गढ़े’ कार्यक्रम में प्रभात खबर के स्टेट हेड अजय कुमार और स्थानीय संपादक रंजीत प्रसाद सिंह ने अपने विचारों को रखा. यह आयोजन कॉलेज की पॉलिटिकल साइंस विभाग के एचओडी राजीव शंकर सिन्हा और डॉ सपना बरुआ के नेतृत्व में किया गया. मौके पर इतिहास विभाग से प्रो योगेंद्र कुमार, प्रो गोपाल कुमार, कैबिनेट सदस्य, नीलम समेत पॉलिटिकल साइंस, ज्योग्राफी और अन्य विभाग की 150 से ज्यादा छात्राएं मौजूद थीं. मंच संचालन प्रो आदित्य भारद्वाज ने किया. कार्यक्रम का समापन डॉ नीरजा दास ने राष्ट्रीय गान के साथ किया ………………………………. वक्ताओं से छात्राओं ने पूछे सवाल Q. जिन्होंने अभी तक वोटर आइडी के लिए अप्लाइ नहीं किया है, वे क्या करें? रमा भारती सिंह – अभी आपके पास 10 दिनों का वक्त है. आप चाहे तो वोटर हेल्पलाइन एप्प या फिर इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया वेबसाइट पर ऑनलाइन अप्लाइ कर सकते हैं. इ-इपीक के जरिये मतदान कर सकती हैं. ………………………. Q. नोटा क्या होता है? पूजा कुमारी – नोटा या उपरोक्त में से कोई नहीं एक विकल्प के रूप में अधिकांश चुनावों में भारत के मतदाताओं को प्रदान किया गया है. नोटा के उपयोग के माध्यम से, कोई भी नागरिक चुनाव लड़ने वाले किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं देने का विकल्प चुन सकता है. ………………………. Q. वोट करने से पहले क्या महत्वपूर्ण है? नीलम – आप सभी के पास पढ़ने और जानने का अधिकार है. वोट करने से पहले पार्टियों से जुड़े मेनिफेस्टो को जरूर पढ़े. लोग इन्हें पढ़ते नहीं है. इन्हें पढ़ने से कई जानकारियां मिलती है. जो आपके सपनों के समाज को बना सकें उन्हें वोट करें. ………………………. Q. पहले मतदान करने की उम्र 21 साल थी और अब 18 साल क्यों? आयुषी – संसद ने 1988 में 62वें संविधान संशोधन के जरिए मतदान की उम्र 21 से 18 साल कर दी थी. इसका मकसद वोटरों की संख्या बढ़ाने के साथ यह उन्हें उनके अधिकारों से जोड़ना था. माना जाता है कि 18 साल की उम्र सभी व्यस्क हो जाते हैं और अपना निर्णय स्वयं ले सकते हैं. …………………….. Q. शिक्षा और जानकारी हर किसी के बात होती है तो यह लागू क्यों नहीं हो पाता? अदिति – हम सभी जागरूक है और हर किसी के पास जानकारी होती है. जागरूक है लेकिन अपने व्यवहार में इसे शामिल नहीं करते हैं. जाति, धर्म देखने के बजाय जो समाज के लिए आपके लिए बने हैं उनका चुनाव कर अपना कर्तव्य पूरा करें.
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