पटना में बढ़ने लगे डेंगू के मामले, जानें बचने के लिए किन बातों का रखें ध्यान, सर्वे के लिए लगायी गयी टीमें

पटना में मौसम बदलते ही डेंगू के मामले में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. इसमें सबसे अधिक मामले कंकड़बाग, ट्रांसपोर्ट नगर व राजेंद्र नगर से सामने आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की संयुक्त टीम अब विशेष स्वास्थ्य अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 27, 2022 5:01 AM

पटना शहर में मौसम बदलते ही डेंगू ने दस्तक दे दी है. लगातार मिल रहे मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है. सरकारी से अधिक शहर के प्राइवेट अस्पतालों में डेंगू के मरीज भर्ती किये गये हैं. बढ़ते मामले को देखते हुए शहर के 14 इलाके को डेंगू के लिए संवदेनशील घोषित किया गया है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इन इलाके में इस साल मिले मरीजों की संख्या 10 पहुंच गयी है.

डेंगू की रोकथाम के लिए विशेष रणनीति

पटना में सबसे अधिक मामले कंकड़बाग, ट्रांसपोर्ट नगर व राजेंद्र नगर से सामने आ रहे हैं. जहां संक्रमित मिल रहे हैं वहां सघन फागिंग के अलावा जल जमाव होने पर एंटीलार्वा कीटनाशक का छिड़काव किया जा रहा है. इसके साथ ही इन जगहों में डेंगू की रोकथाम के लिए विशेष रणनीति भी बनायी गयी है. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की संयुक्त टीम संबंधित जगहों पर विशेष स्वास्थ्य अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करेगी.

घनी आबादी में संक्रमण का खतरा ज्यादा 

पटना में कई लोग ऐसे जो की निजी जांच केंद्रों में जांच कराने के बाद अपना इलाज करा रहे हैं. ऐसे लोगों का डेटा सरकार के पास उपलब्ध नहीं है. डॉक्टर ऐसे लोगों को जांच कराने की सलाह दे रहे हैं जिनके सिर, आंखों, मांसपेशियों व जोड़ों में तेज दर्द के साथ तीन दिन से अधिक समय के लिए बुखार रह रहा हो. डेंगू से संक्रमण होने का खतरा उन इलाकों में ज्यादा है जहां की आबादी घनी है.

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बचने के उपाय 

  • सुबह-शाम मोजे व फुल आस्तीन के कपड़े पहनें.

  • मास्कीटो रिपलेंट का इस्तेमाल दिन में भी सुनिश्चित करें.

  • सोते वक्त मच्छरदानी का प्रयोग करें, खिड़की-दरवाजों में जाली लगवाएं.

  • घर के आसपास गड्ढों आदि में पानी जमा हो तो उसमें केरोसिन या ब्लीचिंग पाउडर डाल दें.

  • घर के आसपास बोतल, कंटेनर, टायर, टब आदि में पानी भर कर नहीं रखें, रखना पड़े तो उसे ढंक कर रखें और एक से दो दिन में बदलते रहें.

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