बिहार में अब खतरनाक रूप लेने लगा है डेंगू, तीन गुनी रफ्तार से जिले में बढ़ी मरीजों की संख्या
पटना में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार भी अब 24 घंटे के भीतर नये 90 से 100 मरीज सामने आ रहे हैं. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि लगभग हर घंटे चार से पांच नये व्यक्ति को डेंगू के मच्छर डंक मार रहे हैं.
आनंद तिवारी, पटना. पटना में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार भी अब 24 घंटे के भीतर नये 90 से 100 मरीज सामने आ रहे हैं. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि लगभग हर घंटे चार से पांच नये व्यक्ति को डेंगू के मच्छर डंक मार रहे हैं. महीने के भीतर 667 से अधिक डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं. तीन गुनी रफ्तार से जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ी है.
आंकड़ा प्रतिदिन का 130 से 150 करीब पहुंचा
सूत्रों की मानें, तो निजी अस्पतालों को अगर मिला दिया जाये तो आंकड़ा प्रतिदिन का 130 से 150 करीब पहुंच जायेगा. यहां तक कि कुछ निजी अस्पताल में दो से तीन मरीजों की मौत भी हो चुकी है, लेकिन सरकारी आंकड़ों में इसे दर्ज नहीं किया गया है.
खून की कमी से गंभीर हालात में भर्ती हो रहे मरीज
सरकारी की अपेक्षा शहर के प्राइवेट अस्पताल में वर्तमान में गंभीर मरीज भर्ती हैं. यहां ब्लड में प्लेटलेट्स की कमी के कारण कुछ ऐसे भी मरीज हैं जो मल्टीपल आर्गन फेल्योर, हेमरेजिक डेंगू की स्थिति में पहुंच रहे हैं. डेंगू के ऐसे मरीजों में शाक सिंड्रोम की स्थिति सामने आयी है.
स्वास्थ्य विभाग तक नहीं पहुंच रही रिपोर्ट
इधर, तमाम निजी अस्पतालों व पैथालाजी केंद्रों से डेंगू, मलेरिया की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग तक नहीं पहुंच रही है. बीमारी की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभियान चलाया जा रहा है. जिस घर से मरीज मिल रहे हैं, उन घरों में लार्वा की जांच तक नहीं की गयी है.
इन इलाकों में तेजी से फैला डेंगू
पटना सिटी से लेकर दानापुर-फुलवारीशरीफ, दीघा और जक्कनपुर-खेमनीचक में डेंगू का प्रकोप ज्यादा हैं. बांकीपुर अंचल का तो कोई भी हिस्सा इसके प्रकोप से अछूता नहीं बचा है. राजधानी के कंकड़बाग, पटना सिटी, राजेंद्रनगर, दीघा, इंद्रपुरी, पुनाईचक, राजेंद्रनगर, महेंद्रू, भिखना पहाड़़ी, जीएम रोड, नया टोला, कदमकुआं, चित्रगुप्त नगर, भागवत नगर, ट्रांसपोर्ट नगर, सरिस्ताबाद, बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी, भूतनाथ रोड, रामनगरी, शास्त्रीनगर, पटेलनगर, राजा बाजार, बुद्धा कॉलोनी समेत तीन दर्जन से अधिक मोहल्लों में डेंगू का प्रकोप फैला है.
पटना में अब तक 667 मरीज मिल चुके हैं
पटना के सिविल सर्जन डॉ केके राय ने कहा कि सितंबर महीने में डेंगू के केस में तेजी से इजाफा हो रहा है. कभी 60 से अधिक तो कभी उससे कम मरीज मिल रहे हैं. सरकारी से लेकर प्राइवेट अस्पतालों में डेंगू के मरीज भर्ती हैं. अब तक 667 मरीज मिल चुके हैं. वहीं इससे बचाव के लिए नगर-निगम की टीम से सहयोग लेकर लार्वा की जांच व दवा आदि छिड़काव अभियान के तौर पर चलाया जा रहा है. पीएचसी व अनुमंडलीय अस्पतालों में भी सभी संदिग्ध बुखार के मरीजों को डेंगू जांच के लिए निर्देश जारी किया गया है.
डेंगू के लक्षण
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अचानक तेज बुखार
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सिर दर्द व आंखों के पीछे दर्द
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मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द
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भूख न लगना, शरीर में खसरे जैसे दाने आना
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चक्कर आना, जी मचलाना व उलटी होना
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शरीर पर खून के चकत्ते आना
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खून में प्लेटलेट्स की कमी होना
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असहनीय दर्द व गला सूखना
पटना के अस्पतालों की स्थिति
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पारस अस्पताल: ओपीडी में रोज औसत आठ से 10 डेंगू संक्रमित पहुंच रहे हैं.यहां डेंगू के 10 मरीज गंभीर होकर भर्ती हैं.
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बिग अपोलो हॉस्पिटल: निदेशक डॉ पद्मश्री विजय प्रकाश ने बताया कि रोजाना सात से 10 के बीच मरीज आ रहे हैं. अभी छह मरीज भर्ती हैं.
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मेडिवर्सल हॉस्पिटल: 16 डेंगू के मरीजों का इलाज चल रहा है. डॉ सुदीपा बरूआ ने बताया कि ओपीडी में प्रतिदिन पांच से छह मरीज डेंगू से संक्रमित होकर आ रहे हैं.
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जय प्रभा मेदांता अस्पताल: मेडिकल ऑफिसर डॉ रविशंकर सिंह ने बताया कि तीन से चार डेंगू संक्रमित आ रहे हैं. कुछ भर्ती भी हैं.
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रूबन मेमोरियल हॉस्पिटल: ओपीडी में भी तीन से चार मरीज पहुंच रहे हैं. अस्पताल के निदेशक डॉ सत्यजीत कुमारसिंह ने बताया कि वर्तमान में 12 मरीज भर्ती हैं.
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हाइटेक हॉस्पिटल: प्रतिदिन तीन से चार डेंगू संक्रमित पहुंच रहे हैं. हाइटेक के प्रबंधक अभय राज पांडेय ने बताया कि चार भर्ती हैं.