National Education Day: कला उत्सव में बच्चों ने दिखाई अपनी अद्भुत प्रतिभा, DEO ने 74 विजेताओं को किया सम्मानित

National Education Day: राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर पटना जिले के विभिन्न बच्चों को मेडल और प्रमाण पत्र दिए गए. इसके लिए बीते दिनों कला उत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था

By Anand Shekhar | November 11, 2024 10:38 PM

National Education Day: बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से पटना जिले के सरकारी व निजी स्कूलों के विद्यार्थियों के बीच कलात्मक प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए बीते दिनों ‘कला उत्सव’ का आयोजन किया गया था. जिला स्तरीय आयोजित ‘कला उत्सव’ में अलग-अलग विद्याओं के विद्यार्थियों ने भाग लिया. सोमवार को ‘शिक्षा दिवस’ के अवसर पर सभी विजेता प्रतिभागियों को जिला शिक्षा कार्यालय में सम्मानित किया गया. मौके पर अलग-अलग विद्या में चयनित कुल 74 प्रतिभागियों को मेडल व सर्टीफिकेट दिया गया.

जिले के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं : संजय कुमार

‘कला उत्सव’ के प्रतिभागियों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले कुल 32 विद्यार्थियों और स्कूल ग्रुप में शामिल 42 विद्यार्थियों को जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) संजय कुमार ने सम्मानित किया. विजेताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिले के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है. जरूरत है कि इन्हें बेहतर मार्गदर्शन दिया जाये ताकि, ये बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर सफलता प्राप्त कर एक अलग पहचान स्थापित करें. उन्होंने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि जिला स्तर पर चयनित बच्चे अलग-अलग विद्या में बेहतर प्रदर्शन करते हुए राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी अलग पहचान बनायेंगे और राज्य का नाम रोशन करेंगे.

प्रथम स्थान प्राप्त करने वालों को मिलेगा 25 हजार

इस अवसर पर डीपीओ अमृत कुमार, राजकमल और कुमकुम पाठक समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 25 हजार रुपये की पुरस्कार राशि, जिला स्तर पर चयनित प्रतिभागी आगे आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय कला उत्सव में भाग लेंगे. इसके बाद राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे. राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 25 हजार रुपये, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वालों को 20 हजार रुपये और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 15 हजार रुपये की पुरस्कार राशि समेत मेडल और सर्टीफिकेट देकर सम्मानित किया जायेगा.

चेतना सत्र की समीक्षा करेगी मॉनिटरिंग सेल

शिक्षा दिवस के अवसर पर जिला शिक्षा कार्यालय में अध्ययन अनुश्रवण कोषांग (एसएमसी) का उद्घाटन किया गया. अध्ययन अनुश्रवण कोषांग की ओर से स्कूलों में बच्चों के लिये चेतना सत्र की मटेरियल तैयार की जायेगी. इसके साथ ही अगले दिन स्कूलों में चेतना सत्र में क्या विषय होगा इसे भी निर्धारित करेगी. अध्ययन अनुश्रवण कोषांग की ओर से स्कूलों में आयोजित चेतना सत्र की समीक्षा भी प्रतिदिन की जायेगी. सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को अध्ययन अनुश्रवण कोषांग को चेतना सत्र से जुड़ी प्रतिदिन की रिपोर्ट भी भेजना होगा. नये अध्ययन अनुश्रवण कोषांग में 17 पदाधिकारियों की टीम तैयार की गयी है. इसमें जिला शिक्षा पदाधिकारी समेत सभी डीपीओ और अन्य पदाधिकारियों को भी शामिल किया गया है.

जिला स्तरीय कला उत्सव के ये हैं विजेता प्रतिभागी

  • गायन एकल
    • प्रथम- एंजल वर्मा, क्राइस्ट चर्च स्कूल, पटना
    • द्वितीय- सुदीप, राज्यकीयकृत  उच्च माध्यमिक विद्यालय
    • तृतीय- तन्नु कुमारी, बांकीपुर बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय
    • तृतीय- रीया भारती, धनेश्वरी देवनंदन कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय, दानापुर
  • गायन समूह
    • प्रथम- रविंद्र बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, राजेंद्र नगर
    • द्वितीय- राम लखन सीता राय उच्च माध्यमिक, बिहटा
    • द्वितीय- राज्यकीयकृत बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, जल्ला
    • तृतीय- बांकीपुर बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, पटना
  • पारंपरिक कहानी वाचन
    • प्रथम- जितू कुमार, पटना कॉलेजिएट हाइ स्कूल
    • द्वितीय- करीना कुमारी- राम लखन सीता हाइ स्कूल
    • द्वितीय- खुशी कुमारी- राम लखन सीता हाइ स्कूल
    • तृतीय- गणपत हिमांशु- संत कैरेंस हाइ स्कूल
  • नाटक एकल
    • प्रथम- करण कुमार, पटना कॉलेजिएट हाइ स्कूल
    • द्वितीय- केशव कुमार, सर जीडी पाटलिपुत्र स्कूल
    • तृतीय- शिवांगी, रविंद्र बालिका हाई स्कूल
  • नाटक ग्रुप
    • प्रथम- सूरज कुमार, ग्रामीण उच्च माध्यमिक विद्यालय, चक बैरिया, पटना
    • द्वितीय- प्रिंस कुमार, पीएन एंग्लो स्कूल
    • तृतीय- प्रशांत कुमार- उच्च माध्यमिक विद्यालय, नौबतपुर
  • एकल वादन
    • प्रथम- अभिश्री, उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय, पालीगंज
    • द्वितीय- सौमिल सिन्हा, ट्रिनिटी ग्लोबल स्कूल, ट्रांसपोर्ट नगर
    • तृतीय- प्रिया राज, अरविंद महिला कॉलेज
  • एकल नृत्य
    • प्रथम- अंशु कुमार, राजकीयकृत मॉडर्न स्कूल, नया टोला
    • द्वितीय- इंशा, पटना कॉलेजिएट हाइ स्कूल, दरियापुर
    • तृतीय- कौशिकी कश्यप, रघुनाथ प्रसाद उच्च माध्यमिक स्कूल, कंकड़बाग
  • समूह नृत्य
    • प्रथम- राजकीयकृत बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, मनेर
    • द्वितीय- पीएन एंग्लो संस्कृत उच्च माध्यमिक विद्यालय, नया टोला
    • तृतीय- धनेश्वरी, देवानंदन कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय, दानापुर
  • दृश्यम कला
    • प्रथम- पलक कश्यप, श्री रघुनाथ बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, पटना
    • द्वितीय- अदिति कुमारी, सर जीडी पाटलिपुत्र, पटना
    • तृतीय- सचिन कुमार, राजेंद्र उच्च माध्यमिक विद्यालय, पटना

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विजेताओं ने कहा-

  • अपनी टीम की सदस्यों की वजह से आज हमें यह सम्मान मिल रहा है. ऐसे मंच पर सम्मान पाकर आत्मविश्वास बढ़ा है. हमारी कोशिश रहेगी की राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रथम स्थान हासिल करूं. – सलोनी कुमारी, समूह नृत्य(प्रथम), राजकीयकृत बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, मनेर
  • बचपन से ही मुझे कहानी पढ़ने और उसे लोगों को सुनाने में अच्छा लगता था. अपने इसी शौक को मैने आगे बढ़ाते हुये कहानी वाचन करना शुरू किया. इसमें मुझे स्कूल के शिक्षकों ने भी काफी मदद किया. मेडल और सर्टिफिकेट पाकर खुशी हो रही है. – करीना कुमारी, पारंपरिक कहानी वाचन (द्वितीय), राम लखन सीता हाइ स्कूल, सदिसोपुर
  • शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों के हाथों सम्मान पाकर काफी खुशी हो रही है. सम्मान मिलने से मेरी जिम्मेदारी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए और भी बढ़ गयी है. मेरी कोशिश है कि राज्य स्तर पर भी बेहतर प्रदर्शन करूं. – जीतू, पारंपरिक कहानी वाचन (प्रथम), पटना कॉलेजिएट हाइ स्कूल
  • पढ़ाई में बेहतर करने के साथ ही स्कूल में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी भाग लेते रहती थी. डांस के प्रति मेरी रुचि ने ही मुझे यह सम्मान दिलाया है. इस सम्मान को पाने में मेरे अभिभावकों और शिक्षकों का काफी सहयोग रहा है. – इंशा, एकल नृत्य (द्वितीय), पटना कॉलेजिएट हाइ स्कूल
  • गीत-संगीत में मेरी बचपन से ही रुचि रही है. मुझे संगीत के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान स्थापित करना है. आज यह सम्मान पाने की खुशी मैं शब्दों में नहीं बयां कर सकती हूं. – बेबी कुमारी, समूह गायन (प्रथम), रविंद्र बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, राजेंद्र नगर

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