-अधिकतर जिलों में आधार सत्यापन में स्थिति बेहद शोचनीय संवाददाता,पटना प्रथम सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण 10458 अभ्यर्थियों के काउंसलिंग के दौरान बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद भी विभिन्न कारणों मसलन नाम, जन्मतिथि और आधार में गलत प्रविष्टि की वजह से आधार सत्यापन नहीं हो सके. सत्यापन कराने के लिए शिक्षा विभाग ने मौका दिया. इस दौरान 18 जिलों में 50 प्रतिशत से भी कम सत्यापन किये जा सके है. माध्यमिक निदेशक योगेंद्र सिंह ने इस मामले में 18 जिला शिक्षा पदाधिकारियों को नोटिस देकर काम में तेजी लाने की चेतावनी दी है. माध्यमिक निदेशक सिंह के मुताबिक अभी तक केवल लंबित आधार सत्यापन में से केवल 47 प्रतिशत ही सफलता मिली है. 10458 में से डीपीओ लेवल पर 4894 मामले भेजे गये. इनमें से डीइओ ने अभी तक केवल 3098 मामले ही अप्रूव किये. शेष 1781 मामले लंबित हैं. 5564 मामले में अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है. जिन जिलों में आधार सत्यापन का काम निराशाजनक पाया गया है, उन जिलों में मुंगेर ,सीतामढ़ी, भोजपुर,अरवल, कैमूर, अररिया, सारण, मधेपुरा, पटना,जहानाबाद, सुपौल, बेगूसराय, सरहसा, जमुई, गया, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, किशनगंज, गोपालगंज,मधुबनी,सीवान और बक्सर शामिल हैं. इन सभी जिलों में से सीतामढ़ी और मुंगेर में आधार सत्यापन में एक प्रतिशत भी प्रगति नहीं हुई है. भोजपुर अरवल, कैमूर, अररिया,सारण में केवल 10 प्रतिशत तक ही हुई है. मधेपुरा, पटना, जहानाबाद, सुपौल में 20 प्रतिशत तक , बेगूसराय, सहरसा, जमुई, गया, मुजफ्फरपुर,पूर्णिया और किशनगंज में 21 से 30 प्रतिशत ही प्रगति हुई है, जबकि गोपालगंज, मधुबनी, सीवान, बक्सर और लखीसराय में 31 से 50 प्रतिशत तक ही आधार सत्यापन हो सुके हैं. आधार सत्यापन में सबसे संतोषजनक कार्य बांका, कटिहार, वैशाली, औरंगाबाद, और रोहतास हैं, जहां इसमें उपलब्धि 91 से 99 प्रतिशत तक रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है