विभाग वाट्सएप के माध्यम से गांवों की निरंतर कर रहा है मॉनीटरिंग

कोरोना महामारी और लॉकडाउन के दौरान राज्य की ग्राम पंचायतों ने सराहनीय काम किया है. पंचायत के मुखिया अपने क्षेत्र के बाहर रहनेवाले लोगों से निरंतर संपर्क में हैं और उनकी घर वापसी को लेकर ट्रैकिंग भी कर रहे हैं. गांवों में सामाजिक दूरी बनाने में पंचायती राज प्रतिनिधियों ने सराहनीय काम किया

By Prabhat Khabar News Desk | May 7, 2020 11:48 PM

पटना : कोरोना महामारी और लॉकडाउन के दौरान राज्य की ग्राम पंचायतों ने सराहनीय काम किया है. पंचायत के मुखिया अपने क्षेत्र के बाहर रहनेवाले लोगों से निरंतर संपर्क में हैं और उनकी घर वापसी को लेकर ट्रैकिंग भी कर रहे हैं. गांवों में सामाजिक दूरी बनाने में पंचायती राज प्रतिनिधियों ने सराहनीय काम किया. अब मुखिया बाहर से लौटनेवाले मजदूरों को रोजगार दिलाने में सहयोग कर रहे हैं. ग्राम पंचायतों से विभाग के प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा भी वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से गांवों से निरंतर संपर्क बनाये हुए है.

किसी भी ग्राम पंचायतों की भूमिका को लेकर किसी भी जिले से अभी तक शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने बताया कि राज्य की सभी 8383 पंचायतों द्वारा कोरोना वायरस की दिशा में बेहतर काम किया जा रहा है. लॉकडाउन के 45 दिनों पंचायतों द्वारा सामाजिक दूरी का पालन कराया गया है. इसी का परिणाम है कि अभी तक गांवों में कोरोना का प्रसार शहरों की अपेक्षा कम रहा है. उन्होंने बताया कि पहली अप्रैल को मुख्यमंत्री द्वारा ग्राम पंचायतों के मुखिया को संबोधित करने के बाद तो उनका मनोबल और बढ़ा है.

गांवों में टीम भावना से काम हो रही है जिसका परिणाम है कि लोगों के बीच सहिष्णुता बढ़ी है. उन्होंने बताया कि मुखिया द्वारा जितने भी लोग बाहर से आये और काम मांग रहे हैं उनको मनरेगा औ जल- जीवन -हरियाली कार्यक्रमों के माध्यम से रोजगार दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पंचायती राज विभाग वाट्सएप के माध्यम से सभी जिलों के पंचायती राज प्रतिनिधियों के साथ संवाद कायम किया है. इससे सूचनाओं का आदान-प्रदान तेजी से हो रहा है. उन्होंने बताया कि पंचायतों को सौंपी गयी जिम्मेदारी को लेकर किसी जिलाधिकारी या पदाधिकारी द्वारा किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिली है.

Next Article

Exit mobile version