केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को तिरहुत को मगध से जोड़ने वाले महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी लेन का लोकार्पण कर दिया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत एनडीए के कई नेता मौजूद रहे. लोकार्पण के साथ ही वर्षों बाद एक बार फिर से गांधी सेतु के दोनों लेनों से वाहनों का परिचालन शुरू हो गया. इस लेन के निर्माण में 18 महीने का वक्त लगा साथ ही इसके निर्माण में 66,360 मिट्रिक टन स्टील का उपयोग किया गया है. इसके साथ ही नितिन गडकरी ने 15 आरओबी निर्माण की भी घोषणा की है.
केंद्रीय मंत्री का मंच पर स्वागत करते हुए बिहार की डिप्टी सीएम रेणु देवी ने अपनी मांग भी रख दी. रेणु देवी ने नितिन गडकरी को बड़े भाई कहकर संबोधित किया. उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से कहा बड़े भाई आप हमेशा एक्सपेरिमेंट करते रहे हैं इसलिए मैं आपसे आग्रह करना चाहती हूँ की हमारे यहां भी कुछ मोटर वेहकिल और कार की फैक्टरियां लगवाने की कृपा करें.
डिप्टी सीएम ने केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बिहार में किए गए विकास के कामों की जमकर सराहना की. उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बिहार की यातायात को बेहतर करने के लिए सड़कों और पूलों का जाल बिछाया गया है और अभी लगातार बिछाया जा रहा है. मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना और मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के तहत राज्य में जहां कभी भी सड़क और पुलों की जरूरत थी वहां उसे बनाया जा रहा है. राज्य की गंगा सहित अन्य प्रमुख नदियों पर पूल का निर्माण किया जा रहा है.
उप मुख्यमंत्री ने कहा की पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश नए कीर्तिमान बना रहा है. जहां पहले 12 किमी उच्च पथ का प्रतिदिन निर्माण होता था वहीं आज प्रतिदिन 29 किमी का निर्माण हो रहा है. उन्होंने कहा कि पूल बनने के कुछ समय बाद ही कई कमियों के कारण यह पुल क्षतिग्रस्त हो गया था. जिसके बाद इसके पुनर्निमाण की योजना बनाई गई. पूल का एक लेन तो पहले ही खुल चुका था दूसरा लेन भी आज खुल रहा है. इससे बिहार के लोगों को बहुत फायदा होगा.