जेइइ मेन में दिव्यांग अभ्यर्थियों को मिलेगा चार घंटे का समय
जेइइ मेन-2025 में दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया है. जेइइ मेन में सामान्य अभ्यर्थियों को प्रश्नों को हल करने के लिए तीन घंटे का समय मिलेगा.
संवाददाता, पटना नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेइइ मेन-2025 में दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया है. जेइइ मेन में सामान्य अभ्यर्थियों को प्रश्नों को हल करने के लिए तीन घंटे का समय मिलेगा. वहीं, दिव्यांग अभ्यर्थियों को एक घंटा अतिरिक्त समय दिया जायेगा. वे चार घंटे में प्रश्नों को हल कर सकेंगे. अतिरिक्त एक घंटा को प्रतिपूरक समय कहा जायेगा. प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर लेखक की सुविधा दी जायेगी. एनटीए के अनुसार पीडब्ल्यूडी व पीडब्ल्यूबीडी अभ्यर्थियों ने लेखक और प्रतिपूरक समय से संबंधित कई पूछताछ की है. किसी भी ऐसे व्यक्ति को जो मानक विकलांगता से ग्रस्त हैं तथा लिखने की गति सहित अन्य सीमा हो, उन्हें लेखक, रीडर या प्रयोगशाला सहायक की सुविधा दी जायेगी. अंधेपन, चलने-फिरने में अक्षमता और मस्तिष्क पक्षाघात से पीड़ित दिव्यांग अभ्यर्थियों को स्क्राइब, रीडर या लैब सहायक की सुविधा दी जायेगी. अन्य पीडब्ल्यूबीडी श्रेणियों के मामले में यह सुविधा प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर प्रदान की जा सकती है. जिसमें संबंधित अभ्यर्थी के लिखने में शारीरिक असमर्थता का प्रमाण दर्ज हो. उन्हें लेखक की आवश्यकता की जानकारी देनी होगी, जिसके बाद लेखक की सुविधा दी जायेगी. प्रमाण पत्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सिविल सर्जन, सरकारी स्वास्थ्य सेवा संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक से जारी होनी चाहिए.
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