दिव्यांग शिक्षिका ने नदी में कूद की खुदकुशी, आर्थिक तंगी के कारण उठाया कदम
पटना के फतुहा थाना क्षेत्र के पुनपुन पुल से रविवार की सुबह-सुबह आर्थिक तंगी से ऊब कर एक दिव्यांग शिक्षिका ने कूदकर आत्महत्या कर ली.
पटना : फतुहा थाना क्षेत्र के पुनपुन पुल से रविवार की सुबह-सुबह आर्थिक तंगी से ऊब कर एक दिव्यांग शिक्षिका ने कूदकर आत्महत्या कर ली. लोगों को जानकारी तब हुई, जब पुल की रेलिंग के सहारे रखी बैशाखी व घटनास्थल पर लगी ट्राइसाइकिल को देखकर ग्रामीणों को शक हुआ. ग्रामीणों ने फौरन इसकी सूचना फतुहा पुलिस को दी.
इसी बीच शिक्षिका के दो बच्चे भी अपनी मां की तलाश करते हुए पुनपुन नदी पुल पर पहुंचे तथा वैशाखी व ट्राइसाइकिल देखकर अपनी मां की पहचान बतायी. पुलिस ने शिक्षिका की नदी में शव की तलाश के लिए स्थानीय गोताखोर के साथ-साथ एसडीआरएफ की टीम भी लगायी है. हालांकि देर शाम तक उसका शव नदी से बरामद नहीं हो पाया था. मृत शिक्षिका की पहचान गोविंदपुर नया टोला निवासी स्वर्गीय श्रवण महतो की पत्नी कांति देवी (35 वर्ष) के रूप में हुई है.
शिक्षिका के घर से पुलिस ने सुसाइड नोट किया बरामद : पुलिस ने महिला के घर से बेटी के नाम सुसाइड नोट बरामद किया है. महिला के दो बच्चे हैं. बड़ी बेटी 12 वर्षीया प्रीति कुमारी के अनुसार, उसके पिता श्रवण महतो की लंबी बीमारी से वर्ष 2017 में ही मौत हो गयी थी. इसके बाद दोनों बच्चों की परवरिश करने की जिम्मेदारी दिवयांग महिला पर आ गयी. इसके लिए महिला डुमरी गांव स्थित एक निजी विद्यालय में पढ़ाने की काम करने लगी. कोरोना संकट काल में जब स्कूल बंद हुआ, तो उसकी आर्थिक परेशानी बढ़ गयी. प्रीति के अनुसार परेशानी इस कदर बढ़ गयी कि घर में खाने-पीने को भी मुहताज हो गये. इसी बात को लेकर उसकी मां डिप्रेशन में आ गयी और नदी में कूद कर अपनी जान गंवा दी. इस घटना से जहां गोविंदपुर के नया टोले में सन्नाटा पसर गया, वहीं बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है. महिला की बड़ी बेटी वर्ग नौवीं की छात्रा है, तो उसका भाई पांचवीं का छात्र है.