पटना कॉलेज में फिल्म निर्माण पर हुई परिचर्चा
पटना कॉलेज के आइक्यूएसी और प्रतिबिंब क्रिएटिव क्लब की ओर से शुक्रवार को बिहार में फिल्म निर्माण की संभावना एवं चुनौतियां विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया
संवाददाता, पटना
पटना कॉलेज के आइक्यूएसी और प्रतिबिंब क्रिएटिव क्लब की ओर से शुक्रवार को बिहार में फिल्म निर्माण की संभावना एवं चुनौतियां विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया. इस अवसर परमुख्य वक्ता के रूप में बिहार के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता व निर्देशक नितिन चंद्रा और चंद्रनीषा ने विद्यार्थियों को संबोधित किया. नितिन चंद्रा ने बिहार में बोली जाने वाली भाषाओं में फिल्म बनाकर अपनी अलग पहचान बनायी है. इन्हें मैथिली भाषा में बनायी फिल्म ””मैथिली माखन”” के लिए राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य प्रो (डॉ) संजय कुमार सिन्हा व आइक्यूएसी समन्वयक डॉ किरण कुमारी ने दोनों अतिथियों का स्वागत किया.
फिल्म निर्माण की अनंत संभावनाएं
प्राचार्य ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि बिहार में फिल्म निर्माण की अनंत संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. इस दिशा में अगर प्रोत्साहन व वातावरण बनाया जाये तो बिहार भी अपनी अलग पहचान स्थापित कर सकता है. वहीं नितिन चंद्रा ने कहा कि बिहार हमारी मातृभूमि है और यहां की भाषाओं में फिल्म बनना मेरे लिए एक जुनून की तरह है. इस कार्यक्रम में शॉर्ट फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया. वहीं चंद्रनीषा ने कहा कि स्त्रियों को हर जगह पुरुषों की तुलना में ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है. जब तक वे क्लर्क या सहायिका के रूप में कार्यरत होती हैं, तब तक तो खूब सराहना मिलती है, लेकिन जैसे ही पहचान बनाने लगती हैं, उन्हें प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोका जाता है. इस दिशा में बदलाव की आवश्यकता पर उन्होंने जोर दिया. कार्यक्रम का शुभारंभ दर्शनशास्त्र विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ स्नेहलता कुसुम ने किया व धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉक्टर नेहा सिन्हा ने किया. मौके पर महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष व विद्यार्थी मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है