Diwali 2022 : दिवाली से पहले बिहार के चार शहरों में पटाखा जलाने पर लगा प्रतिबंध
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के विश्लेषक का कहना है कि पटाखा जलाने की वजह से वायु प्रदूषण के साथ साथ ध्वनि प्रदूषण भी होता है. इन्हीं कारणों से पटाखा बेचने और जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद ने राज्य के चार शहरों में इस साल दिवाली पर किसी तरीके का पटाखा छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है. वातावरण में बढ़ रहे प्रदूषण की वजह से बोर्ड ने पटना, गया, मुजफ्फरपुर एवं हाजीपुर शहर में पटाखा जलाने पर प्रतिबंध लगाया है. इस संबंध में सभी जिलों के डीएम को पत्र भेजकर निर्देशित किया गया है कि अपने-अपने जिलों में किसी भी तरह के पटाखे बेचने या फोड़ने पर सख्त रोक लगाएं.
पटाखा जलाने पर प्रतिबंध
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के विश्लेषक का कहना है कि पटाखा जलाने की वजह से वायु प्रदूषण के साथ साथ ध्वनि प्रदूषण भी होता है. जिन शहरों में पटाखा बैन किया गया है वहां प्रदूषण की मात्रा पहले से अधिक खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. इन्हीं कारणों से पटाखा बेचने और जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. ताकि बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाया जा सके.
दिवाली बिना पटाखों के मनेगी
बिहार के इन शहरों में आम तरह पटाखों पर बैन लगाया गया है लेकिन ग्रीन पटाखों को जलाने की अनुमति होगी. पटना, गया, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर में राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश के बाद भी ग्रीन पटाखे नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में अब लगता है इस बार लोगों की दिवाली बिना पटाखों के ही मनेगी.
24 अक्टूबर को दिवाली
24 अक्टूबर को इस बार दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा. इसको लेकर लोगों ने तैयारियां भी शुरू कर दी है. बाजार भी सजने लगे हैं और लोगों ने खरीददारी भी शुरू कर दी है. प्रदूषण बोर्ड द्वारा पटाखों की बिक्री पर रोक लगाए जाने के बावजूद पटना एवं अन्य शहर के बाजारों में पटाखों की बिक्री बड़े पैमाने पर हो रही है. अब ऐसे में प्रदूषण बोर्ड इन पटाखा विक्रेता पर कार्रवाई करता है.