पटना सदर, दानापुर, फुलवारी व खगौल में बागवानी के लिए 48 हजार में 36 हजार अनुदान मिलेगा संवाददाता, पटना कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने शुक्रवार को पटना के मीठापुर स्थित कृषि भवन में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने चालू वित्तीय वर्ष में राज्य में चलायी जा रही विभिन्न कृषि योजनाओं की समीक्षा की. बागवानी विकास, उद्यायनिक फसलों, मखाना विकास, मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन, मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना की समीक्षा की. छत पर बागवानी अंतर्गत गमलों एवं फार्मिंग बेड की विस्तृत समीक्षा की. इस योजना को लेकर मंत्री ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में घर की छतों पर फल, फूल एवं सब्जी की उपज को बढ़ावा देने के उद्देश्य से योजना चलायी जा रही हैं. सूबे के चार जिलों में कम कीमत में पौधों समेत गमलों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए. इस योजना का लाभ फिलहाल पटना सदर, दानापुर, फुलवारी एवं खगौल तथा भागलपुर, गया एवं मुजफ्फरपुर जिले के शहरी क्षेत्र के लोगों को मिलेगा. जिनके अपने घर, अपार्टमेंट में छत पर 300 वर्गफुट जगह है, वो इस योजना का लाभ ले सकते हैं. स्वयं के मकान वाले लाभुकों की 300 वर्गफुट जगह किसी दूसरे के हस्तक्षेप में नहीं होनी चाहिए, जबकि अपार्टमेंट की स्थिति में सोयायटी से एनओसी देना होगा. योजना में प्रति इकाई 300 वर्गफुट की इकाई लागत 48 हजार 574 रुपये है. इस पर 36430.50 रुपये सरकार अनुदान देगी. शेष 12143.50 रुपये लाभुक को देने होंगे. नलकूप, बीज मसाले एवं सहजन, सब्जी विकास, प्याज भंडारण संरचना औऱ मखाना भंडार गृह निर्माण सहित कई योजनाओं की भी मंत्री ने समीक्षा की. जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम, हाल ही में शुरू की गयी ड्रोन दीदी योजना, वर्षा आधारित कृषि योजनाओं और पौधा संरक्षण की भी जानकारी मंत्री ने ली. निजी सिंचाई कूप निर्माण, प्रधानमंत्री कृषि योजना सहित अन्य कल्याणकारी कृषि योजनाओं को लेकर भी कई निर्देश दिये. मौके पर कृषि विभाग के सचिव संजय अग्रवाल, बिहार राज्य बीज निगम के एमडी आलोक रंजन घोष, विशेष सचिव वीरेंद्र यादव, कृषि मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह मौजूद थे.
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