बाहर से आने वाले वाहनों व लोगाें की सीमा पर करें सघन चेकिंग : सीएम
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना संक्रमण को लेकर सघन जांच और उपकरणों की उपलब्धता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है. उन्होंने खासतौर से कहा है कि राज्य के बाहर से आने वाली जिन गाड़ियों की अनुमति दी गयी है, उनकी सीमा पर प्रवेश करते समय सघन जांच कराएं. जो भी लोग […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना संक्रमण को लेकर सघन जांच और उपकरणों की उपलब्धता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है. उन्होंने खासतौर से कहा है कि राज्य के बाहर से आने वाली जिन गाड़ियों की अनुमति दी गयी है, उनकी सीमा पर प्रवेश करते समय सघन जांच कराएं. जो भी लोग राज्य में बाहर से आते हैं, उनकी भी गहन स्क्रीनिंग करायी जाये, ताकि कोई संदिग्ध मरीज नहीं छूट पाये. स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी इसकी मॉनीटरिंग करें. सीमावर्ती इलाकों में वाहनों और आने वाले लोगों की सघन चेकिंग की जाये. मुख्यमंत्री एक अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग के साथ गहन समीक्षा कर रहे थे.
जिला व अनुमंडलीय अस्पतालों में सामान्य मरीजों का इलाज शुरू होमुख्यमंत्री ने कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों के इलाज के लिए भी उचित प्रबंध करना होगा. उन्होंने सभी जिला और अनुमंडलीय अस्पतालों में सामान्य मरीजों का इलाज शुरू करने का आदेश दिया. सबसे पहले आपातकालीन सेवा और संस्थागत प्रसव का काम शुरू किया जाये. इसके बाद ओपीडी सेवा भी शुरू की जाये. जिला और अनुमंडल अस्पतालों में सुरक्षा से जुड़े मानकों का खासतौर से पालन किया जाये. सभी निजी अस्पताल सामान्य मरीजों का इलाज शुरू करें. मुख्यमंत्री ने एंबुलेंस सेवाओं को खासतौर से निर्देश दिया कि पर्याप्त ट्रेनिंग देकर एंबुलेंस को उपयोग में लाया जाये और एंबुलेंस की व्यवस्था सभी के लिए हो.किसी सामान की नहीं हो कोई कमीमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए दवा, पीपीइ किट, वेंटिलेटर, मास्क, ग्लब्स और अन्य जरूरी चिकित्सीय सामान की उपलब्धता हमेशा बनी रहे. अधिकारियों से कहा कि परिस्थितियों पर नजर रखते हुए इन चीजों की उपलब्धता का आकलन हमेशा करते रहे और उसकी आपूर्ति के लिए जरूरी कदम उठाएं. दवा और उपकरणों की खरीद में राशि की कमी नहीं होने दी जायेगी.
राज्य में जिन चार स्थानों पर टेस्टिंग की सुविधा है, वहां इसकी क्षमती बढ़ायी जाये. अभी मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में जांच की अनुमति दी गयी है. इसे जल्द शुरू कर दिया जाये.एइएस और जेई से निपटने के लिए भी हो पर्याप्त तैयारी :-मुख्यमंत्री ने कहा कि एइएस और जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेइ) से निबटने के लिए पर्याप्त तैयारी रखें. एसकेएमसीएच में पीकू अस्पताल को तुरंत पूरा कर इलाज के लिए तैयार रखें. जेइ के पूर्ण टीकाकरण का कार्य करें और इस काम में लगाये जाने वाले मेडिकल स्टाफ की भी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें.मुख्यमंत्री ने की लोगों से अपीलमुख्यमंत्री ने लोगों से फिर अपील की है कि जिन्हें भी संक्रमण की थोड़ी भी आशंका हो, वह केंद्र जाकर तुरंत जांच कराएं.
इससे उनके परिवार और आसपास के लोग भी सुरक्षित रहेंगे. जो लोग बिहार के बाहर या देश से बाहर की यात्रा कर आये हैं, वे अपनी ट्रैवेल हिस्ट्री को नहीं छिपाएं. इससे उन्हें तो खतरा है ही, उनके संपर्क में आने वाले अपने लोगों को भी खतरा है.इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने जरूरी चिकित्सीय सामाग्री और उपकरणों की उपलब्धता की अपडेट स्थिति से सीएम को अवगत कराया. उन्होंने कहा कि राज्य में सैनिटाइजर की कोई समस्या नहीं है. वैशाली में सैनिटाइजर के निर्माण के अलावा राजगीर की आयुध फैक्टरी में भी सैनिटाइजर बनाया जा रहा है.
इसकी आपूर्ति राज्य अपने लिए करा रही है. इस बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव मनीष कुमार वर्मा, सचिव अनुपम कुमार, गोपाल सिंह मौजूद थे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, स्वास्थ्य सचिव संजीव कुमार हंस एवं लोकेश कुमार सिंह समेत अन्य विभागीय अधिकारी जुड़े हुए थे.बॉक्सएसकेएमसीएच में कोरोना जांच की मिली अनुमतिस्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने कहा कि केंद्र से एसकेएमसीएच, एएनएमसीएच, भागलपुर मेडिकल कॉलेज और पटना एम्स में कोरोना जांच की अनुमति मांगी गयी थी. इनमें एसकेएमसीएच में जांच के लिए अनुमति मिल गयी है. पटना एम्स को अंडर रिव्यू रखा गया है. फिलहाल आरएमआरआइ, आइजीआइएमएस, पीएमसीएच व डीएमसीएच में जांच हो रही है.