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प्रताड़ित महिलाओं व बुजुर्गों की कानूनी लड़ाई लड़ने के लिये नहीं लेती हैं फीस. जानिये गोपालगंज की वकील निधि को…

अंतरजातीय विवाह होने के कारण समाज ने काफी ताने दिये

By Radheshyam Kushwaha | March 8, 2020 9:32 AM

पटना: बिहार के गोपालगंज जिला कोर्ट की वकील कुमारी निधि आज के दौर में मिशाल पेश करती हैं. निधि प्रताड़ित महिलाओं का केस बिना कोई पैसा लिये ही लड़ती हैं. वहीं ऐसे बुजुर्ग जिन्हें उनके औलादों ने छोड़ दिया है उसके अधिकार की कानूनी लड़ाई भी निधि बिना कोई पैसा लिये ही करती हैं. महिला दिवस ऐसे महिलाओं को पुरस्कृत करने की जरूरत है. निधि बताती हैं कि बचपन से ही उनका सपना ऐसे क्षेत्र में काम करना था जिससे दबी -कुचली और प्रताड़ित महिलाओं की वो मदद कर सके.वो बताती हैं कि उन्होंने शिवसागर शर्मा से लव मैरिज किया जो दोनों परिवारों के रजामंदी से हुआ लेकिन अंतरजातीय विवाह होने के कारण समाज ने काफी ताने दिये. पति ने उनका साथ दिया और उन्हें वकालत करायी. जिसके बाद अब निधि बालिकाओं और महिलाओं में हर विपरीत परिस्थिति से लड़ने का साहस भरती है.और लोक अदालत और कानून जागरूकता कार्यक्रमों के जरिये उन्हें कानूनी सहायता दिलवाती हैं. महिलाओं के लिये जागरूकता मिशन गोपालगंज के अलावा सीवान और मोतिहारी तक चलता है. महिला दिवस पर निधि बताती हैं कि पहले काउंसलिंग के जरिये मामला सुलझाने की कोशिश रहती है ताकि बिना केस फाइल किये ही मामला सुलझ जाये.अभी तक 129 मामले इस तरह से सुलझाए गये हैं.

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