पीएमसीएच : लैप्रोस्कोपी में ट्रेंड नहीं थे डॉक्टर, फिर भी कर दी थी महिला की सर्जरी

पीएमसीएच में ऑपरेशन के बाद महिला की मौत के मामले में जांच टीम ने सर्जरी विभाग के अध्यक्ष को दोषी पाया है. इसके बाद पीएमसीएच प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग से उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 19, 2024 1:38 AM
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संवाददाता, पटना : पीएमसीएच में ऑपरेशन के बाद महिला की मौत के मामले में तीन सदस्यीय जांच टीम ने सर्जरी विभाग के अध्यक्ष को दोषी पाया है. 29 अप्रैल को शहर के चीना कोठी की रहने वाली अनिता देवी की मौत गॉल ब्लाडर की सर्जरी के दौरान हो गयी थी. पति सत्यनारायण धांगर ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी. इसके बाद अस्पताल प्रशासन की ओर से तीन डॉक्टरों की टीम बनवायी. टीम ने सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ रवींद्र प्रसाद की लापरवाही बतायी है. जांच टीम ने बताया कि मरीज अनिता देवी को डॉ रवींद्र प्रसाद की यूनिट में भर्ती किया गया था, जहां महिला की लैप्रोस्कोपी तकनीक से सर्जरी की गयी. जबकि सर्जरी करने वाले डॉक्टर लैप्रोस्कोपी तकनीक से ऑपरेशन करना नहीं जानते थे. सर्जरी के बाद महिला की हालत लगातार बिगड़ी चली गयी, जिसके बाद भी उसको ध्यान नहीं दिया गया और अंत में उसकी मौत हो गयी. पीएमसीएच प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट के साथ पत्र भेज डॉक्टर पर कार्रवाई करते हुए विभागाध्यक्ष के पद से हटाने की अनुशंसा की है.पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने कहा कि मीडिया से मुझे इस मामले की जानकारी हुई. इसके बाद जांच कमेटी बनायी. जांच कमेटी ने सर्जरी विभाग के अध्यक्ष को दोषी पाते रिपोर्ट सौंपी है. गॉल ब्लाडर जैसी सामान्य सर्जरी के बाद मरीज की मौत बड़ी बात है. इसमें स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिख कार्रवाई की अनुशंसा की गयी है. वहीं, पीएमसीएच के सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ रवींद्र प्रसाद ने कहा कि जिस मरीज की मौत हुई थी, उसे पहले से ही गंभीर हालत में पीएमसीएच लाया गया था. भर्ती के दौरान भी वह काफी सीरियस थी. सर्जरी में लापरवाही करने की बात

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