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बेगूसराय में आदमखोर कुत्तों का आतंक, आठ माह में अबतक 7 लोगों को नोचकर मार डाला

आवारा कुत्तों का आंतक इतना बढ़ गया कि कोई अपने घर से बहियार की तरफ अकेला निकलना नहीं चाहते हैं. हमेशा लोगों को डर लगा रहता है. स्थिति यह है कि किसी किसान को बहियार की तरफ किसी काम से जाना होता है, तो लाठी-डंडे लेकर कुछ लोगों को अपने साथ ले जाते हैं

बेगूसराय में आदमखोर कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है. यहां 8 महीने में कुत्तों ने अब तक सात लोगों की जान ले ली है. लोगों के मन में अब कुत्तों का खौफ इतना हो गया है कि वो अब खेतों पर या अन्य कार्यों पर जाने से डरने लगे हैं. प्रशासन भी कुत्तों के इस आतंक पर अंकुश लगाने में विफल है. इस कारण से अब स्थानीय लोगों में आक्रोश भी दिख रहा है.

लोगों में प्रशासन के प्रति आक्रोश 

ताजा मामला जिले के बछवाड़ा पंचायत के बहियार का है जहां बुधवार की सुबह आवारा कुत्तों के झुंड ने राजकुमार शर्मा की पत्नी मीरा देवी को मौत के घाट उतार दिया. इस घटना के बाद इलाके के लोग स्तब्ध हैं. लगातार हो रही ऐसी घटनाओं की वजह से लोगों में आक्रोश है जो कभी भी बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है. स्थानीय लोगों में प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रति भी आक्रोश देखा जा रहा है. लोग अब यहां तक कहने लगे हैं कि यह इलाका जनप्रतिनिधि विहिन हो चुका है. यहां के लोगों के प्रति सुधि लेने का वक्त किसी के पास नहीं है. नतीजा है कि लोग बेमौत मारे जा रहे हैं.

डर के कारण लोग घर से अकेले नहीं निकलना चाहते 

प्रखंड क्षेत्र के अरवा, कादराबाद, रुदौली व रानी एक पंचायत के बाद अब बछवाड़ा पंचायत के बहियार में कुत्तों का आतंक बढ़ गया. पांच पंचायतों में आवारा कुत्तों के आतंक से जहां लोग परेशान हैं, वहीं स्थानीय प्रशासन कुम्भकरणी निंदा में सो रहा है. आवारा कुत्तों का आंतक इतना बढ़ गया कि कोई अपने घर से बहियार की तरफ अकेला निकलना नहीं चाहते हैं. हमेशा लोगों को डर लगा रहता है. स्थिति यह है कि किसी किसान को बहियार की तरफ किसी काम से जाना होता है, तो लाठी-डंडे लेकर कुछ लोगों को अपने साथ ले जाते हैं, जिससे मुश्किल घड़ी में आवारा कुत्तों से बचाव हो सके.

आठ माह में सात लोगों की हो चुकी है मौत

स्थानीय लोगों ने बताया कि आवारा कुत्तों के आतंक को लेकर कई वार स्थानीय पदाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया गया, लेकिन स्थानीय प्रशासन घटना के दिन घटना स्थल पर पहुंच कर खानापूर्ति करने का काम किया. आठ माह में सात लोगों की मौत कुत्ताें के काटने से हो चुकी है, लेकिन किसी भी पीड़ित परिवार को पारिवारिक लाभ के तहत सहायता राशि प्रदान नहीं किया गया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.

जानें कब-कब लोग हुए हैं कुत्तों के शिकार

  • 8 दिसंबर को कादराबाद पंचायत के वार्ड संख्या दो निवासी कारी साह की 56 वर्षीय पत्नी शांति देवी

  • 11 मई को कादराबाद पंचायत के वार्ड संख्या दो निवासी नाथो दास की 50 वर्षीय पत्नी जानकी देवी

  • 26 मई को रानी एक पंचायत के धरमपुर गांव निवासी रामप्रीत दास कि पत्नी सुनीता देवी

  • 27 मई को रानी एक पंचायत के घरमपुर गांव निवासी राम शरण दास की पत्नी सोनमा देवी

  • 1 जून को रूदौली पंचायत के भरौल गांव निवासी स्व जोगिन्दर ठाकुर कि 53 वर्षीय पत्नी मंजू देवी की मौत हो चुकी है

दर्जनों लोग हो चुके हैं घायल

कुत्तों के हमले से घायल होने वालों में रूदौली पंचायत के रूदौली गांव निवासी प्रदीप सदा का 14 वर्षीय पुत्र सोनू कुमार, अरवा पंचायत के अरवा गांव निवासी ढोढ़ाई दास कि 13 वर्षीय पुत्री पुतुल कुमारी, श्री महतो की 45 वर्षीय पत्नी सीता देवी तथा राधे दास का पुत्र राजीव कुमार, हीरालाल दास का पुत्र मनोज कुमार, अशोक यादव का पुत्र विजय कुमार यादव, धाना यादव का पुत्र मेघन यादव, दुख्खा साह का पुत्र बैद्यनाथ साह व लुटन दास की पुत्री राधा कुमारी का नाम शामिल हैं.

क्या कहते हैं बीडीओ

आवारा कुत्तों के हमले में महिला की मौत के बाद जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलायी गयी थी, लेकिन प्रतिनिधि के द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया, इसके बाद इस संबंध में वरीय अधिकारियाें को सूचना दे दी गयी है. कुमारी पूजा, प्रखंड विकास पदाधिकारी

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