संवाददाता, पटना : आइजीआइएमएस में पीजी डॉक्टर आर्यन कुमार की मौत के बाद पूरा परिवार बुधवार को पटना पहुंचा. उसकी बड़ी बहन लखनऊ से आयी. उसने बताया कि सालों से हमारे बीच बातचीत नहीं हो रही थी, लेकिन उस दिन भाई ने मां से नंबर लेकर मुझे फोन किया. उसने मां से कहा कि दीदी का नंबर दो, मुझे दीदी को बर्थडे विश करना है. आर्यन ने मरने से पहले मैगी बना कर भी खायी थी. आर्यन की बड़ी मां ने हत्या का शक भी जताया है. आर्यन ने सोमवार की रात आठ बजे मां से बहन का नंबर मांगा. 10 बजे खाना खाकर वह अपने पुस्तैनी घर पर आ गया. जहां पर कोई भी नहीं रहता था. रात करीब 10:45 बजे फिर मां से बात की. आधी रात में खुद अपने हाथों से मैगी बना कर खायी. रात 2:30 बजे महिला सीनियर डॉक्टर को बधाई दी. घर के सारे पंखे ऑन किये और इसके बाद खुदकुशी कर ली.
30 दिसंबर को भाई का था बर्थडे, नानी के घर केक काटने की थी प्लानिंग
डॉ आर्यन की बहन मेधा ने बताया जिस दिन मेरा जन्मदिन था, उसी दिन भाई ने खुदकुशी कर ली. 23 दिसंबर की रात 8:30 बजे उसने मुझसे बात की. मुझे बर्थडे विश किया. करीब 10 मिनट बात हुई. 30 दिसंबर को उसका जन्मदिन था. मैंने उससे उस दिन का प्लान भी पूछा. 31 दिसंबर को मां रिटायर होने वाली है. जब उसने मुझसे बात की, तो वह अपने फ्लैट पर था. बिल्कुल नॉर्मल और बहुत खुश होकर बात कर रहा था. आर्यन की मां माधुरी ने बताया आज सुबह हम यहां आने वाले थे. पहले से प्लान बना हुआ था. फिर सब 29 को सहरसा साथ जाने वाले थे. उसको भी साथ जाना था. मेरी मां सहरसा रहती है, तो उसका मन था कि नानी मां के साथ के केक काटेंगे. 31 को मेरा रिटायरमेंट है. उसने कहा था कि मां तुम्हारे रिटायरमेंट में साथ रहूंगा. दो जनवरी को हम सब का पटना एक साथ लौटने का प्लान था. हमलोग सोच भी नहीं सकते थे कि बीच में ऐसी घटना हो जायेगी.रोज सुबह करता था फोन, उस दिन नहीं किया
मां ने बताया कि उससे मेरी हर रोज सुबह नौ बजे के आसपास बात होती थी. बात करते-करते वह तैयार होता था और ड्यूटी पर जाता था. उस दिन जब मैंने फोन किया, तो उसने नहीं उठाया. पहले मुझे लगा कि शायद ड्यूटी में होगा या रास्ते में होगा, इसलिए फोन नहीं उठाया. कई बार फोन करने के बाद जब बात नहीं हुई, तब मैंने उसके आइजीआइएमएस के ही एक दोस्त ऋषभ को फोन किया. उसने पहले बताया कि ड्यूटी गया होगा. राजा बाजार में तीन दोस्त एक साथ फ्लैट लेकर रहते थे. ऋषभ ने जब उसकी रूममेट को फोन किया, तो उसने बताया कि करीब 10 बजे वह यहां से निकला है. कभी ऐसा नहीं होता था कि वह फोन नहीं उठाता था. फोन नहीं उठाता था, तो तुरंत कॉल बैक करता था या मैसेज करने पर भी तुरंत रिप्लाई करता था. उसके दो दोस्त सभी को फोन लगा कर और पता करने के बाद घर पहुंचे. उनको पता चला कि वह 10 बजे रात में फ्लैट से अपने घर निकला है. हमने दोस्तों से कहा की घर पर जाकर देखो कि वह कहां है और क्या कर रहा है. दोस्त यहां पहुंचे और फिर ताला तोड़ा, तो पता चला कि उसने खुदकुशी कर ली है.आइजीआइएमएस में पीजी छात्र डॉ आर्यन के सुसाइड मामले को आइजीआइएमएस रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) ने गंभीरता से लिया है. बुधवार को संस्थान के सभी रेजिडेंट व जूनियर डॉक्टरों ने शोकसभा का आयोजन किया और दो मिनट का मौन रख मृत पीजी डॉक्टर की आत्मा की शांति की कामना की. इस मौके पर संस्थान के डिप्टी डायरेक्टर डॉ विभूति प्रसन्न सिन्हा समेत कई सीनियर डॉक्टर शामिल थे. वहीं, आरडीए के अध्यक्ष डॉ रजत कुमार ने बताया कि श्रद्धांजलि सभा में सभी रेजिडेंट, जूनियर डॉक्टर व एमबीबीएस समेत सीनियर डॉक्टर शामिल थे. रजत ने बताया कि आर्यन ने क्यों आत्महत्या की, यह हम सब रेजिडेंट डॉक्टर जानना चाहते हैं. एसोसिएशन की ओर से अस्पताल व पुलिस प्रशासन ने डॉ आर्यन की आत्महत्या मामले की जांच की मांग की गयी है.दो महीने पहले ही खरीदी थी कार
डॉ रजत ने कहा कि आर्यन काफी शांत और टैलेंटेड था. पीएमसीएच से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर उसने आइजीआइएमएस में रेडियोलॉजी विभाग में पीजी में दाखिला लिया था. नवंबर में उसका फस्ट इयर की पढ़ाई पूरी हो गयी थी और वह सेकेंड इयर में चला गया था. साथियों ने बताया कि दो महीने पहले ही वह नेक्सन कार खरीदी थी, जिसकी पार्टी भी दी थी.आइजीआइएमएस में डॉक्टरों ने जताया शोक
आइजीआइएमएस में पीजी छात्र डॉ आर्यन के सुसाइड मामले को आइजीआइएमएस रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) ने गंभीरता से लिया है. बुधवार को संस्थान के सभी रेजिडेंट व जूनियर डॉक्टरों ने शोकसभा का आयोजन किया और दो मिनट का मौन रख मृत पीजी डॉक्टर की आत्मा की शांति की कामना की. इस मौके पर संस्थान के डिप्टी डायरेक्टर डॉ विभूति प्रसन्न सिन्हा समेत कई सीनियर डॉक्टर शामिल थे. वहीं, आरडीए के अध्यक्ष डॉ रजत कुमार ने बताया कि श्रद्धांजलि सभा में सभी रेजिडेंट, जूनियर डॉक्टर व एमबीबीएस समेत सीनियर डॉक्टर शामिल थे. रजत ने बताया कि आर्यन ने क्यों आत्महत्या की, यह हम सब रेजिडेंट डॉक्टर जानना चाहते हैं. एसोसिएशन की ओर से अस्पताल व पुलिस प्रशासन ने डॉ आर्यन की आत्महत्या मामले की जांच की मांग की गयी है. दो महीने पहले ही खरीदी थी कार डॉ रजत ने कहा कि आर्यन काफी शांत और टैलेंटेड था. पीएमसीएच से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर उसने आइजीआइएमएस में रेडियोलॉजी विभाग में पीजी में दाखिला लिया था. नवंबर में उसका फस्ट इयर की पढ़ाई पूरी हो गयी थी और वह सेकेंड इयर में चला गया था. साथियों ने बताया कि दो महीने पहले ही वह नेक्सन कार खरीदी थी, जिसका पार्टी भी दी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है