सुबोध कुमार नंदन, पटना
डाॅ आरएन सिंह एक बार फिर न्यू पटना क्लब के अध्यक्ष बने हैं. साथ ही कार्यकारिणी के सभी सदस्य सर्वसम्मति से निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. जानकारी के अनुसार वर्ष 2024-25, 2025-26, 2026-27 के चुनाव के लिए 20 दिसंबर को एजीएम में क्लब के नये अध्यक्ष सहित कार्यकारिणी के 10 सदस्यों का चुनाव होना था, लेकिन अब केवल एजीएम होगी. जानकारी के अनुसार कार्यकारिणी के 10 सदस्यों के लिए 11 नामांकन हुए थे. लेकिन, सोमवार को शाम छह बजे एक नामांकन वापस लेने के कारण सभी 10 सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हो गये. वहीं, अध्यक्ष पद के लिए केवल डाॅ आरएन सिंह का नामांकन आया था. इस तरह वह भी निर्विरोध चुन लिये गये. राज कुमार अग्रवाल, राम लाल खेतान, अशोक कुमार सिंह, डाॅ सुनील कुमार सिंह, नवीन कुमार गुप्ता, राजीव कुमार सिंह, रमेश चंद्र गुप्ता, डाॅ शिवेंद्र कुमार शाही, रोहित सिंह और अखिलेश्वर प्रसाद नारायण सिंह. क्लब के संयुक्त सचिव रोहित सिंह ने बताया कि क्लब ने 105 वर्ष पूरे कर लिये हैं. स्थापना काल से 2018 तक प्रतिवर्ष नये सदस्यों का चुनाव होता था, लेकिन 2018 से तीन वर्षों पर चुनाव हो रहा है. अभी क्लब के 1200 स्थायी सदस्य हैं.
1919 में हुई थी स्थापना : द न्यू पटना क्लब की स्थापना 1919 में हुई थी. बांकीपुर क्लब की सदस्यता आम भारतीय को उपलब्ध नहीं थी, इसलिए भारतीय उच्च मध्यम वर्ग के लिए न्यू पटना क्लब की स्थापना हुई. 15 को होगा बांकीपुर क्लब का वार्षिक चुनाव पटना. राज्य के सबसे पुराने बांकीपुर क्लब का वार्षिक चुनाव (2024-25) 15 दिसंबर को होगा. 11 सदस्यों वाली कार्यकारिणी के चुनाव में 13 उम्मीदवार मैदान में हैं. एक आशीष आदर्श का नामांकन पत्र रद्द हो गया है. इस चुनाव में 600 सदस्य मतदान करेंगे. बांकीपुर क्लब में 15 दिसंबर को वार्षिक आमसभा होगी. इसमें वर्ष 2023-24 का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया जायेगा. इसी दिन वर्ष 2024-25 के लिए नयी कार्यकारिणी का भी चुनाव किया जायेगा. दोपहर 12:30 बजे एजीएम होगी और उसके बाद चुनाव प्रक्रिया शुरू होगी. इस चुनाव में दो गुट सामने-सामने हैं. एक डाॅ महेश अग्रवाल की टीम है, जिनमें डाॅ ओम प्रकाश, डाॅ राणा नरेंद्र, रोहित अहुलवालिया , संजय अग्रवाल और प्रकाश कुमार सिंह शामिल हैं. वहीं, गोपाल खेमका की टीम में डाॅ विपिन, डाॅ संजय संथालिया, सतीश चारण पहाड़ी, डाॅ संजीव कुमार और राजनंदन प्रसाद शामिल हैं. वहीं, सुभाष प्रसाद सिन्हा निर्दलीय मैदान में हैं.
1930 में पहली बार भारतीय सदस्य चुने गये : अंग्रेजों ने जेपी डब्ल्यू जानसन के नेतृत्व में इसकी स्थापना 1865 में की थी.1930 में पहली बार इसके सात भारतीय सदस्य चुने गये थे, जिनमें लॉर्ड एसपी सिन्हा, जस्टिस एसबी धावेल, बीके गोखले, एके सिन्हा, कर्नल डॉ एसके बोस और एसएम धारा थे.
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