पटना : पटना, दानापुर, खगौल व फुलवारीशरीफ नगर निकायों में जलजमाव की समस्या के स्थायी निदान के लिए ड्रेनेज मास्टर प्लान (डीपीआर) तैयार होने में देर होगी. इसकी जिम्मेदारी हैदराबाद की जिस एआवी एसोसिएट कंपनी को दी गयी है, उसने अब तक काम भी शुरू नहीं किया है.कंपनी ने मार्च में वर्क आॅर्डर लेने के बाद पिछले ढाई महीने से जमीन पर कोई तैयारी नहीं की है. नालों का अध्ययन या फील्ड सर्वे का काम भी नहीं किया गया है.
ऐसे में अगले वर्ष मॉनसून के बाद ही अगले 50 वर्षों के लिए जलनिकासी का मास्टर प्लान तैयार हो पायेगा, जबकि इसके लिए 16 महीने की अवधि तय की गयी है. जून के पहले सप्ताह से काम शुरू करने का निर्देश बुडको के एमडी रमन कुमार ने बताया कि मंगलवार को कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ बात की गयी. उन्होंने बताया कि कंपनी को दो तरह के प्लान तैयार करने हैं.
पहला, इस मॉनसून को लेकर कंपनी को शॉर्ट टर्म उपायों को नगर निगम और अन्य नगर निकाय के अलावा बुडको के प्रतिनिधि के साथ साझा करना है. उन्होंने बताया कि कंपनी ने बतौर कंसल्टेंसी पिछले दो महीनों में कई सुझाव दिये गये हैं, जिन पर इस बार अमल किया जा रहा है.
दूसरा, आगामी वर्षों के लिए भी प्लान तैयार करना है, जिस पर अभी काम शुरू नहीं हो पाया है. मंगलवार को हुई बातचीत में कंपनी के प्रतिनिधियों को अब जल्द-से-जल्द जमीन पर काम शुरू करने का निर्देश दिया गया है. मंत्री ने जतायी थी आपत्ति बीते दिनों बुडको की समीक्षा बैठक में नगर विकास व आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने ड्रेनेज मास्टर प्लान बनाने वाली एजेंसी के कार्यों की समीक्षा के दौरान नाराजगी जतायी थी. कई अन्य मसलों पर उसे राशि भुगतान नहीं करने का निर्देश दिया गया था. इसके बाद काम में तेजी दिखायी दे रही है.