Patna : हर वार्ड पार्षद को छठ पूजा बाद मिलेंगे 1.40 करोड़
वार्ड पार्षदों को उनकी पार्षद निधि के चालू वित्तीय वर्ष के एक करोड़ रुपये इसी वित्तीय वर्ष में दिये जायेंगे. इसके अलावा पिछले वित्तीय वर्ष के बकाया 40 लाख रुपये छठ के बाद भेजने की बात कही गयी है.
संवाददाता, पटना : वार्ड पार्षदों को उनकी पार्षद निधि के चालू वित्तीय वर्ष के एक करोड़ रुपये इसी वित्तीय वर्ष में दिये जायेंगे. यह घोषणा बुधवार को होटल लेमन ट्री में निगम पर्षद की हुई सातवीं साधारण बैठक में पार्षदों की मांग पर मेयर सीता साहू ने की. विदित हो कि पार्षद निधि में हर वित्तीय वर्ष में मिलने वाले एक करोड़ रुपये इस वर्ष अब तक आवंटित नहीं किये जा सके हैं, क्योंकि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए दिये जाने वाले एक करोड़ में भी पार्षदों को अब तक केवल 60-60 लाख रुपये ही मिले हैं और बचे 40 लाख रुपये छठ के बाद भेजने की बात कही गयी है. निगम पर्षद की बैठक में पार्षदों ने पिछले वित्तीय वर्ष के बकाया 40 लाख रुपये के अलावा वर्ष 2024-25 के लिए पार्षद निधि में दिये जाने वाले एक-एक करोड़ रुपये भी इसी वित्तीय वर्ष में देने की जोरदार मांग की, ताकि वे नाला, सड़क, आदि का निर्माण करा सकें.
हटाये जायेंगे अवैध पोस्टर, बैनर और होर्डिंग :
अवैध पोस्टर, बैनर और होर्डिंग हटाने के लिए वार्डवार सर्वे कर सूची बनायी जायेगी और उसके बाद हटाने का विशेष अभियान चलाया जायेगा. विज्ञापन नीति को अब तक मंजूरी नहीं मिलने के संबंध में नगर आयुक्त ने बताया कि इसके लिए नगर विकास विभाग द्वारा नोडल रेगुलेशन बनाया जायेगा.पार्षदों पर यूनियन लीडर की टिप्पणी को लेकर हुआ हंगामा :
वार्ड नंबर 21 की पार्षद श्वेता रंजन ने बुधवार को निगम पर्षद की बैठक की शुरुआत में एक ऑडियो सुनाया, जिसमें एक यूनियन लीडर द्वारा सफाई निरीक्षक पर बिना काम के तीन लोगों की हाजिरी बनाने का दबाव बनाया जा रहा है. यूनियन लीडर ने पार्षदों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पार्षद आय-बाय करेगा, तो वे उसे देख लेंगे. उक्त यूनियन लीडर को इंटक और नगर निगम कर्मचारी संघ के नेता चंद्रप्रकाश सिंह बताते हुए श्वेता ने इस वक्तव्य को पार्षदों के सम्मान के प्रतिकूल बता कार्रवाई की मांग की. अन्य पार्षद भी समर्थन में आ गये और उन्हें सस्पेंड करने से लेकर निगम परिसर में प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की गयी. एक पार्षद ने मानहानि का केस करने का सुझाव दिया. मेयर ने भी कहा कि उनको मौर्यालोक परिसर में नहीं आने देना चाहिए. नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने कहा कि मामले में जांच टीम बनायी जायेगी, जिसमें वार्ड पार्षदों और सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों के साथ नगर निगम के अधिकारी भी रहेंगे. एक सप्ताह या 15 दिनों में कमेटी रिपोर्ट सौंपेगी. इसके बाद कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने उन स्टाफ की सूची बनाने का निर्देश भी वार्ड पार्षदों को दिया, जो बिना गये हाजिरी बनवाना चाहते हैं.ग्लोबल टेंडर का पार्षदों ने किया विरोध :
पटना की सड़कों के जीर्णोद्धार के लिए लगभग 100 करोड़ रुपये के निर्माण कार्य के किये जा रहे ग्लोबल टेंडर का पार्षदों ने विरोध किया और यह कार्य उनके माध्यम से करवाने की बात कही. साथ ही सभी वार्डों को छठ पूजा तक 10-10 मजदूर देने की भी नगर आयुक्त ने घोषणा की.दीपावली व छठ से पहले हर वार्ड को 20 लाइटें :
दीपावली व छठ से पहले हर वार्ड को नगर निगम अपने मद से 20 लाइटें देगा. ऐसा निर्णय नगर विकास विभाग द्वारा नगर निगम को और नयी लाइट के आवंटन पर रोक के कारण लेना पड़ा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है