ED ने बताया पूर्व MLA अरुण यादव के पास कहां से आयी अकूत संपत्ति, राबड़ी देवी के कॉम्प्लेक्स में भी लिए फ्लैट जब्त…
ED ने राजद के पूर्व विधायक अरुण यादव की कई संपत्तियों को अटैच कर दिया है. अरुण यादव ने अकूत संपत्ति कैसे बनायी. इसके बारे में भी बताया है.
Bihar News: राजद के पूर्व विधायक अरुण यादव पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है.इडी ने आय से अधिक संपत्ति मामले में उनकी लगभग 21.38 करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति जब्त कर लिया है. जब्त संपत्ति में भोजपुर जिला के अगियांव के इर्दगिर्द करीब 40 कृषि भूमि,अगियांव स्थित उनका महलनुमा घर, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के मरछिया देवी कॉम्प्लेक्स में खरीदी गयी चार फ्लैट और पटना के पाटलिपुत्र में एक कॉमर्शियल प्लॉट समेत 19.32 करोड़ मूल्य के 46 अचल संपत्तियां जब्त की गयी. वहीं बैंक खातों में रखी गयी 2.05 करोड़ की राशि भी अटैच कर ली गयी.
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केस दर्ज
इडी ने अरुण यादव, उनकी पत्नी विधायक किरण देवी, दोनों पुत्र राजेश कुमार और दीपू सिंह के साथ-साथ मेसर्स किरण दुर्गा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पीएमएलए, 2002 के तहत केस दर्ज कर रखा है. आरोप है कि अरुण यादव जघन्य अपराधों और अवैध बालू खनन और उसकी बिक्री में भी शामिल रहे हैं.
लगभग 39.31 करोड़ की संपत्ति अर्जित की
ईडी की ओर से जारी बयान में कहा गया हे कि अरुण यादव ने अपने परिवार के सदस्यों और कंपनी के नाम पर लगभग 39.31 करोड़ की संपत्ति अर्जित की है, जो उनकी आय के वैध स्रोत से अधिक है. इडी सूत्रों के अनसार जब्त संपत्ति की बाजार कीमत इससे कई गुना अधिक है. उल्लेखनीय है कि कि अरुण यादव संदेश से विधायक थे और वर्तमान में उनकी किरण देवी विधायक हैं.
2014-15 से 2022-23 की अवधि अरुण यादव ने अर्जित की है संपत्ति
इडी ने अपनी जांच में खुलासा किया है कि 2014-15 से 2022-23 की अवधि के दौरान, अरुण यादव और उनके परिवार के सदस्यों ने नकदी के माध्यम से लगभग 3.04 करोड़ से 40 कृषि भूमि के प्लॉट खरीदे. वहीं, उन्होंने दानापुर में 2.56 करोड़ के 4 फ्लैट और पटना के पाटलिपुत्र कॉलोनी में 3:44 करोड़ से एक कार्मशियल प्लॉट भी हासिल की है. जिसके लिये पर्याप्त नकदी का इस्तेमाल किया गया है. इडी के अनुसार अरुण यादव ने अपने गांव अगियांव में विशाल महलनुमा आवास भी बनवाया है, जिसकी कीमत 11.03 करोड़ लगभग है.
अवैध बालू खनन में एक सिंडिकेट का सदस्य रहा
इडी की जांच में यह भी पता चला है कि अरुण यादव बिहार के औरंगाबाद और रोहतास जिलों में अवैध बालू खनन में एक सिंडिकेट का सदस्य रहा है. केंद्रीय जांच एजेंसी की जांच के दौरान अरुण यादव और उनके परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में 8.18 करोड़ और संबंधित कंपनी किरण दुर्गा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के खाते में 11.80 करोड़ नकदी जमा की गई और आपराधिक गतिविधियों में शामिल होकर और अपने पद का दुरुपयोग करके आय से अधिक संपत्ति अर्जित की.
अपने पद का दुरुपयोग करके आय से अधिक संपत्ति अर्जित की
इडी की जांच से पता चला है कि अरुण यादव ने आपराधिक गतिविधियों में शामिल होकर और अपने पद का दुरुपयोग करके आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है. अपराध के पैसे को नकदी के माध्यम से संपत्तियां हासिल करने,आलीशान आवास बनाने और अपनी वैध आय की आड़ में अपने बैंक खातों में जमा करने में छिपाया है. उन्होंने बैंकिंग प्रणाली और मेसर्स किरण दुर्गा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड का दुरुपयोग करके पीओसी को परत-दर-परत और सफेद किया और उसे बेदाग दिखाया है.
फरवरी 2024 में अरुण यादव और उनकी पत्नी के परिसर में की थी छापेमारी
इडी ने आय से अधिक संपत्ति के आरोप से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के तहत फरवरी 2024 में आरजेडी के पूर्व विधायक अरुण यादव, उनकी पत्नी विधायक किरण देवी और कुछ अन्य के परिसरों पर छापेमारी की थी. केंद्रीय जांच एजेंसी ने फरवरी 2024 में आरजेडी विधायक और उनकी पत्नी के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया था. उसके बाद अरुण यादव और उनके परिवार के कुछ सदस्यों के बयान दर्ज किए थे. साथ ही इडी ने उनके परिवार के सदस्यों और किरण दुर्गा कॉन्ट्रैक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड की संपत्ति, दस्तावेज और बैंक खातों की डिटेल ली थी. इससे पहले केंद्रीय जांच एजेंसी की अलग-अलग टीमें पिछले साल मई में और इस साल फरवरी महीने में उनके भोजपुर के अगियांव वाले घर और दानापुर स्थित फ्लैट की तलाशी ली थी.