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ED-Raid: बिहार में भी पसरा है गेमिंग एप से धोखाधड़ी करने वाला गिरोह, चीन-पाकिस्तान भेजे जाते हैं पैसे

बिहार में भी गेमिंग ऐप फायविन से जुड़ा फ्रॉड गिरोह पसरा हुआ है जो लोगों को ठगी का शिकार बनाकर पाकिस्तान और चीन तक बैठे आका को पैसे भेजता है. ईडी ने इस मामले में छापेमारी की है.

By ThakurShaktilochan Sandilya | July 19, 2024 8:16 AM

ED-Raid: प्रवर्तन निदेशालय(इडी) की टीम ने गुरुवार को गेमिंग ऐप फायविन से जुड़े मनी लॉंड्रिंग के मामले में पटना और बिहारशरीफ में छापेमारी की. कोलकाता से आई इडी की टीम ने पटना के साथ ही बिहार शरीफ के अंबेर,नई सराय,गढ़पर,अस्पताल चौक के साथ ही बड़ी पहाड़ी मोहल्ले में छापेमारी की. इडी की टीम ने रेड के दौरान इन स्थानों से कई बैंकों के एटीएम, लैपटॉट, हार्ड डिस्क,पेन ड्राइव सहित कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक गजट और कागजात जब्त की.

पाकिस्तान और चीन रुपए भेजने के सबूत मिले

प्रारंभिक जांच में इडी को रुपए पाकिस्तान और चीन भेजने के सबूत मिले हैं. यह रैकेट क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से गेमिंग ऐप से कमाए गए करोड़ों रूपए विदेश भेज रहा था. फिलहाल इडी सबूतों की जांच कर रही है.उल्लेखनीय है कि इडी ने बुधवार को चेन्नई में छापेमारी के दौरान बिहार में भी अंतरराष्ट्रीय रैकेट के एजेंट की जानकारी मिली थी.

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बड़े अंतरराष्ट्रीय रैकेट की संलिप्ता

इडी के सूत्रों के अनुसार, यह मामला एक बड़े अंतरराष्ट्रीय रैकेट से जुड़ा हुआ है. इस रैकेट में क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से गेमिंग एप से कमाये गये करोड़ों रुपये विदेशों में भेजे जा रहे थे. चीन के नागरिकों के इस रैकेट में शामिल होने की भी आशंका जतायी जा रही है. स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बिहारशरीफ में शेयर मार्केटिंग के नाम पर युवाओं को क्रिप्टो करेंसी में निवेश का लालच देकर प्रशिक्षण दिया जा रहा था. कई रसूखदार व्यक्तियों के इस ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से मोटी रकम कमाने की बात सामने आयी है.

क्या है फायविन एप

”फायविन” एप एक ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म है, जहां उपयोगकर्ता रंगों का अनुमान लगाकर पैसे जीत सकते हैं. सही अनुमान पर दोगुने से लेकर 36 गुना तक का इनाम मिलने का दावा किया जाता है. हालांकि, इस तरह के एप्स में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का जोखिम बहुत अधिक होता है. इडी की यह कार्रवाई क्रिप्टो करेंसी के अवैध उपयोग और ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से होने वाली वित्तीय धोखाधड़ी का मामला सामने आने पर की गयी है.

सीबीआइ भी कर चुकी है कार्रवाई

एप के जरिए क्रिप्टोकरेंसी और बिटकॉइन में निवेश के बहाने धोखाधड़ी करने वालों का जाल बिहार में भी फैला हुआ है. कम अवधि में अधिक रिटर्न का आश्वसन देकर अंतरराष्ट्रीय रैकेट का स्थानीय एजेंट लोगों से निवेश करवाते हैं. शुुरुआत में लोगों का विश्वास जितने के लिये मोटी रिटर्न भी एजेंट दिलवाते हैं, धीरे-धीरे और अधिक रिटर्न का बहना बनाकर यहां से पैसा रैकेट से मास्टर माइंड के एकाउंट में क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से देश से बाहर भेज दिये जाते हैँ. अप्रैल मई में सीबीआइ ने बिहार में पटना और नालंदा में ऐसे एजेंटों के दफ्तारों में छापेमारी की थी.

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