पूर्णिया व दरभंगा में PFI के ठिकानों पर ED की छापेमारी, ग्रामीणों ने किया इडी की टीम का घेराव

प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने गुरुवार को पूर्णिया व दरभंगा जिलों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) के ठिकनों पर छापेमारी की. पूर्णिया शहर के राजाबाड़ी स्थित संगठन के स्टेट मुख्यालय और दरभंगा जिले के शंकरपुर गांव में इसके प्रदेश महासचिव मो. सनाउल्लाह के घर में दिन भर छापेमारी चली. इस छापेमारी में इडी की टीम को क्या मिला, इसका खुलासा नहीं हो पाया है. हालांकि, एक अधिकारी ने बताया कि छापेमारी में पीएफआइ के बैंक खातों को खंगाला जा रहा है. खाते में रुपये कहां से आते हैं और किस मद में खर्च किये जाते हैं, इसका पता लगाया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2020 6:26 AM
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प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने गुरुवार को पूर्णिया व दरभंगा जिलों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) के ठिकनों पर छापेमारी की. पूर्णिया शहर के राजाबाड़ी स्थित संगठन के स्टेट मुख्यालय और दरभंगा जिले के शंकरपुर गांव में इसके प्रदेश महासचिव मो. सनाउल्लाह के घर में दिन भर छापेमारी चली. इस छापेमारी में इडी की टीम को क्या मिला, इसका खुलासा नहीं हो पाया है. हालांकि, एक अधिकारी ने बताया कि छापेमारी में पीएफआइ के बैंक खातों को खंगाला जा रहा है. खाते में रुपये कहां से आते हैं और किस मद में खर्च किये जाते हैं, इसका पता लगाया जा रहा है.

मिली जानकारी अनुसार, इडी की चार सदस्यीय टीम ने पीएफआइ के बिहार स्टेट हेडक्वार्टर में रखे फाइलों और रजिस्ट्रर समेत बैंक एकाउंट की छानबीन की. इस संबंध में पीएफआइ के प्रदेश अध्यक्ष महबूब आलम से भी इडी के अधिकारियों ने अंदर बुलाकर पूछताछ की.

गौरतलब है कि एक वर्ष से राजाबाड़ी में किराये के एक मकान में पीएफआइ स्टेट हेडक्वार्टर चल रहा है. इससे पहले इसी संगठन से जुड़े एसडीएफआइ का दफ्तर मधुबनी स्थित मोलवी टोला में था. वहीं, इडी की टीम ने दरभंगा के शंकरपुर गांव में सनाउल्लाह के घर से उनके स्कूल व कॉलेज के प्रमाणपत्रों की छायाप्रति व संस्था का लेटर पैड जब्त किया है.

दरभंगा जिले के शंकरपुर गांव में पीएफआइ के प्रदेश महासचिव मो सनाउल्लाह के घर पर छापेमारी को इडी की पांच सदस्यीय टीम ने छापेमारी की, तो इस दौरान ग्रामीणों ने करीब एक घंटे तक घेराव कर विरोध जताया व नारेबाजी की. पीएफआइ के स्थानीय सदस्य मो. तौसीफ व मो. अज्जम सहित दर्जनों ग्रामीणों ने जांच अधिकारी से छापेमारी के बाद जब्त सामान की सूची की मांग की. इडी की टीम ने जब लिखित में कुछ भी देने से इन्कार किया, तो लोग हंगामा करने लगे. बाद में थानाध्यक्ष अमित कुमार व हरिकिशोर यादव के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ.

इडी की टीम के सहायक निदेशक रविभूषण ने अंतत: पीएफआइ के सदस्यों व ग्रामीणों को सादे कागज पर लिखित दिया कि छापेमारी में कोई भी आपत्तिजनक सामान प्राप्त नहीं हुआ है. इसके बाद लोग शांत हुए.

Posted by: Thakur Shaktilochan

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