विश्वविद्यालयों के बजट प्रस्तावों को परखेगा शिक्षा विभाग
वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए राज्य के सभी पारंपरिक विश्वविद्यालयों के प्रस्तावित बजट की समीक्षा के लिए विश्वविद्यालय वार रोस्टर तैयार किया गया है. 15 से 29 मई तक अलग-अलग विश्वविद्यालयों के बजट प्रस्तावों की समीक्षा शिक्षा विभाग के मदन मोहन झा स्मृति सभागार में की जायेगी. इस दौरान विश्वविद्यालयों के पावर पाइंट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत करने होंगे.
-राज्य के पारंपरिक विश्वविद्यालयों को देना होगा पावर पाइंट प्रेजेंटेशन, उच्च शिक्षा विभाग ने मांगी रिक्तियों की भी जानकारी
संवाददाता, पटनावित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए राज्य के सभी पारंपरिक विश्वविद्यालयों के प्रस्तावित बजट की समीक्षा के लिए विश्वविद्यालय वार रोस्टर तैयार किया गया है. 15 से 29 मई तक अलग-अलग विश्वविद्यालयों के बजट प्रस्तावों की समीक्षा शिक्षा विभाग के मदन मोहन झा स्मृति सभागार में की जायेगी. इस दौरान विश्वविद्यालयों के पावर पाइंट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत करने होंगे. इस संदर्भ में उच्च शिक्षा के उप निदेशक दीपक कुमार सिंह ने राज्य के सभी पारंपरिक विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र जारी कर दिये हैं. विभागीय पत्र में कुलपतियों से कहा गया है कि प्रस्तावित बैठक में आप अपने अन्य संबंधित पदाधिकारियों मसलन वित्तीय परामर्शी, कुल सचिव, एवं वित्त पदाधिकारी आदि पदाधिकारियों के साथ भाग लिया जाये. उच्च शिक्षा निदेशालय ने विश्वविद्यालयों से कहा है कि पावर पाइंट प्रेजेंटेशन में विशेष रूप से शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों अलग-अलग स्वीकृत कार्यरत और रिक्त पदों की जानकारी दी जाये. इसके अलावा पिछले वित्तीय वर्ष के स्वीकृत बजट और उसके व्यय की जानकारी भी देनी होगी. साथ ही विश्वविद्यालयों को बताना होगा कि वे विश्वविद्यालय अधिनियम की धारा 47,4849,50 और 31 का पालन कर रहे हैं या नहीं? जानकारों के मुताबिक यह सभी धाराएं वित्तीय अनुशासन और प्रावधानों से जुड़ी हैं. कहा है कि कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों के आंतरिक स्रोत से प्राप्त राशि की पूर्ण विवरणी कार्य योजना सहित स्पष्ट की जाये.पावर पाइंट प्रेजेंटेशन में शिक्षा विभाग को यह बताना होगा कि किस प्रकार सेवानिवृत शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के कारण बजट को कम किया गया है या किस प्रकार नयी नियुक्तियों के कारण बजट को बढ़ाया गया है. नयी नियुक्ति और उसके नियोक्ता की जानकारी भी देनी होगी. अतिथि शिक्षक के संंबध में अलग से स्लाइड प्रस्तुत की जाये. पावर पाइंट प्रेजेंटेशन में अगर विश्वविद्यालय चाहें तो बकाया वेतन / बकाया महंगाई भत्ता / बकाया पेंशन/ बकाया महंगाई राहत / एनपीएस आदि राशि की मांग कर सकते हैं. हालांकि इसकी अलग-अलग स्लाइड में दर्शाया जाये. विभाग विश्वविद्यालयों के बजट प्रस्तावों की इतनी व्यापक समीक्षा पहली बार करने जा रहा है.
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय और मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय, – 15 मई
पूर्णिया और मुंगेर विश्वविद्यालय- 16 मई
बीएन मंडल और मगध विश्वविद्यालय- 21 मई
वीर कुंवर सिंह विवि और तिलका मांझी भागलपुर विवि- 22 मईबीआरए बिहार विवि और पटना विश्वविद्यालय – 24 मई
पाटलिपुत्र और जेपी विश्वविद्यालय- 28 मईललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय- 29 मई
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