शिक्षा विभाग ने बिहार के ऐसे 13 विश्वविद्यालय और 57 कॉलेजों की पहचान की है जो NIRF (नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैकिंग फ्रेमवर्क ) 2023 में भागीदारी की ठाेस पात्रता रखते हैं. शिक्षा विभाग ने इन सभी विश्वविद्यालयों एवं कुलपतियों को एनआइआरएफ 2023 में भागीदारी करने काे कहा है. एनआइआरएफ में बिहार में अभी केवल दो शिक्षण संस्थान है. फिलहाल शिक्षा विभाग अगली रैंकिंग के लिए ठोस तैयारी कर रहा है.
बिहार उच्चतर शिक्षा परिषद के एकेडमिक अफसर डॉ गौरव सिक्का ने बताया कि एनआइआरएफ में हमारे संस्थानाें के शामिल होने से रैंक मिलती है. इससे संस्थानों की प्रतिष्ठा बढ़ती है. शिक्षण संस्थान को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलती है. ऐसे संस्थानों के विद्यार्थियों को प्लसमेंट और उच्च शिक्षा के और बेहतर रास्ते खुलते हैं. एनआइआरएफ 2022 की रैंकिंग में बिहार के दो शिक्षण संस्थान टॉप-100 में हैं. ये आइआइटी पटना और एनआइटी पटना हैं.
शिक्षा विभाग ने एनआइआरएफ 23 के लिए प्रदेश के उन शिक्षण संस्थाओं को चिह्नित किया है, जो नैक ग्रेड में बी प्लस या इससे ऊपर की ग्रेड में रहे हैं. इसके अलावा ऐसे शिक्षण संस्थान जो नैक ग्रेडिंग में लगातार दूसरे, तीसरे और चौथे चक्रों में भागीदारी कर रहे हैं.
ऐसे शिक्षण संस्थाओं में प्रदेश के चिह्नित 13 विश्वविद्यालयों में आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विवि, भूपेंद्र नारायण मंडल विवि, बिहार एग्रीकल्चर विवि सबोर, बिहार एनीमल साइंस विश्वविद्यालय पटना, जय प्रकाश विवि, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि, ललित नारायण मिथिला विवि, मगध विश्वविद्यालय, मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय, पटना विश्वविद्यालय, टीएम भागलपुर विश्वविद्यालय और वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय शामिल हैं.
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इसके अलावा 57 विशेष कॉलेज भी पहचाने गये हैं. फिलहाल बिहार उच्चतर शिक्षा परिषद के निदेशक और शिक्षा विभाग के सचिव असंगबा चुबा आओ ने संबंधित विश्वविद्यालयों के कुलपति और कॉलेजों के प्रिंसिपल को आधिकारिक पत्र लिख कर कहा वह समय पर एनआइआरएफ 23 के लिए नामांकन कराएं.