विश्वविद्यालयों के निर्माण कार्यों पर खर्च होने वाले पाई-पाई का हिसाब रखेगा शिक्षा विभाग
विश्वविद्यालयों के वित्तीय प्रबंधन में शिक्षा विभाग सीधा हस्तक्षेप करने की स्थिति में पहुंच गया है. अब विश्वविद्यालयों की निर्माण प्रक्रिया और सामग्रियों की खरीद में राज्य सरकार की वित्त नियमावली के प्रावधानों का पालन करना होगा.
-वित्त और भवन निर्माण विभाग की नियमावली की जा रही प्रभावी
संवाददाता,पटनाविश्वविद्यालयों के वित्तीय प्रबंधन में शिक्षा विभाग सीधा हस्तक्षेप करने की स्थिति में पहुंच गया है. अब विश्वविद्यालयों की निर्माण प्रक्रिया और सामग्रियों की खरीद में राज्य सरकार की वित्त नियमावली के प्रावधानों का पालन करना होगा. वहीं, निर्माण योजनाओं के क्रियान्वयन में भवन निर्माण विभाग की नियमावली का पालन करना जरूरी होगा. इस तरह विश्वविद्यालयों में हो रहे भारी- भरकम हर खर्च की पाई-पाई का हिसाब शिक्षा विभाग के पास होगा. शिक्षा विभाग की तरफ से हाल ही में जारी आदेश में सामग्रियों की खरीद या सेवा लेने के लिए जहां निविदाएं आमंत्रित की जायेंगी, वहां प्रावधान के मुताबिक इ-प्रोक्योरमेंट प्रक्रिया का पालन करना अनिवार्य होगा. इस तरह शिक्षा विभाग विश्वविद्यालयों के वित्तीय प्रबंधन पर अपना नियंत्रण स्थापित करने की कवायद में लगा है. इसलिए विभाग की तरफ से गठित तीन समितियों मसलन मुख्यालय और विश्वविद्यालय स्तरीय समितियों की अध्यक्षता विभागीय सचिव स्तर के पदाधिकारी के पास है. वहीं, जिला स्तरीय समिति की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी को सौंपी गयी है. किसी भी समिति की अध्यक्षता विश्वविद्यालयों के पदाधिकारी के पास नहीं है.
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