Education News: पीयू के 108वें स्थापना दिवस पर 39 गोल्ड मेडलिस्ट हुए सम्मानित, जानें इन विद्यार्थियों को मिला मेडल

पीयू के 108वें स्थापना दिवस पर 39 गोल्ड मेडलिस्ट को सम्मानित किया गया. पटना विश्वविद्यालय के 108वें स्थापना दिवस समारोह में आइआइएम बोधगया कि डायरेक्टर विनिता एस सहाय ने कहा कि बिहार के विद्यार्थियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है जरूरत है कि उन्हें भविष्य को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित किया जाये.

By Radheshyam Kushwaha | October 2, 2024 7:15 AM

Education News: पटना. हमारे देश की 50 प्रतिशत आबादी की उम्र 30 वर्ष है. मानव बल में सबसे मजबूत स्थिति बिहार राज्य की है. जरूरत है इस मजबूत मानव बल को बेहतर शिक्षा प्रदान की जाये. बिहार के विद्यार्थियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है जरूरत है कि उन्हें भविष्य को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित किया जाये. ये बातें मंगलवार को पटना विश्वविद्यालय के 108वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आइआइएम बोधगया कि डायरेक्टर विनिता एस सहाय ने कहीं. उन्होंंने कहा कि मैं करीब 40 देशों में घूम चुकी हूं, लेकिन जो ललक पढ़ाई लेकर बिहार के बच्चों और अभिभावकों में देखा है, वह कहीं नहीं दिखता है. अगर किसी बच्चे को बेहतर शिक्षा नहीं मिलती है, तो जवाबदेही शिक्षकों की होगी. वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में पुलिस महानिरीक्षक आलोक राज ने विद्यार्थियोंं को संबोधित करते हुए कहा कि करियर कोई भी चुनें, उसमें टॉप पर रहने की कोशिश करें.

करियर चुनने की आजादी देने के लिए प्रेरित किया गया

इसके साथ ही उन्होंने अभिभावकों को भी बच्चों को करियर चुनने की आजादी देने के लिए प्रेरित किया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के भूगर्भशास्त्र विभाग के पूर्ववर्ती विद्यार्थी रहे आलोक राज को विश्वविद्यालय की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक रेगुलर और सेल्फ फाइनेंस कोर्स सत्र 2021-2024 के 39 गोल्ड मेलिस्ट विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि विनिता एस सहाय और विशिष्ट अतिथि आलोक राज ने विभिन्न विभागों की 25 छात्राओं और 14 छात्रों को गोल्ड मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अजय कुमार सिंह, डीन अनिल कुमार और कुलसचिव प्रो शालिनी समेत विभिन्न कॉलेज और विभागों के प्राचार्य और शिक्षक बड़ी संख्या में मौजूद रहे.

विद्यार्थी दोस्तों के साथ पाठ्यक्रम पर करें विचार-विमर्श

पुलिस महानिरीक्षक आलोक राज ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय से मेरा बचपन का नाता रहा है. मेरी मां भी विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थीं. कॉलेज के एलुमनाइ होने के नाते मैं विद्यार्थियों को यही कहूंगा कि अपने दोस्तों के साथ भी पाठ्यक्रम पर विचार विमर्श करें. विद्यार्थी अपने अंदर शेयर एंड केयर की भावना को विकसित करें. विद्यार्थी हिंसा से दूर रहें और गुस्से व प्रतिशोध को नियंत्रित रखें. विद्यार्थी जीवन में की गयी एक भूल पूरा करियर बर्बाद कर देती है. जिन विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल नहीं मिला है, उन्हें एक अवसर मिला है कि वह आगे बेहतर पढ़ाई कर गोल्ड मेडल प्राप्त करें. सफलता का पैमाना कभी रिजल्ट नहीं हो सकता है. जिंदगी में सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने का प्रयास करें.

शोध कार्यों में भी नये कीर्तिमान रचेगा विश्वविद्यालय

पटना विवि के कुलपति अजय कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय अपने इतिहास को वापस प्राप्त करने के लिए काफी तेज गति से आगे बढ़ रहा है. अगले साल तक विश्वविद्यालय में बहुमंजिला एकेडमिक और एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक तैयार हो जायेगा. साथ ही साइंस ब्लॉक के लिए भी राज्य सरकार की ओर से मंजूरी मिल चुकी है. आने वाले समय में शोध कार्यों में नये कीर्तिमान रचेगा. इसके साथ ही उन्होंने प्लेसमेंट के लिए कंपनियों को बुलाने और विद्यार्थियों को इंटरेक्शन सेशन में शामिल होने की अपील की. कुलपति ने कहा कि जल्द ही सैदपुर कैंपस में भी निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा. डीन प्रो अनिल कुमार ने कहा कि यह हमारे लिये गर्व की बात है कि विश्वविद्यालय के कुल विद्यार्थियों में 70 प्रतिशत छात्राएं हैं. छात्राओं के लिए दो मल्टी स्टोरी छात्रावास का भी निर्माण किया जा रहा है. गोल्ड मेडलिस्ट विद्यार्थियों को बधाई देते हुये कुलसचिव प्रो शालिनी ने कहा कि जिन विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल नहीं मिला है वे इसे आगे बेहतर प्रदर्शन करने का मौका समझें.

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इन विद्यार्थियों को मिला गोल्ड मेडल

नाम- विषय- कॉलेज

स्वप्निल आनंद- बीएससी बायोटेक- पटना साइंस कॉलेज

खुशी कुमारी- बीसीए- मगध महिला कॉलेज
करण कृष्णा- बीसीए- बीएन कॉलेज

तान्या सिन्हा- बीबीए- मगध महिला कॉलेज

मेहविश खुर्शीद- बीएससी इन इंवायरमेंटल साइंस- पटना साइंस कॉलेज
अभिषेक कुमार मिश्रा- बीए इन फंक्शनल इंग्लिश- बीएन कॉलेज

शुभम पांडेय- बैचलर्स ऑफ मास कम्युनिकेशन- पटना कॉलेज
अंजलि सिंह- बीए इन सोशल वर्क- मगध महिला कॉलेज

प्रेमजीत कुमार- हिंदी- पटना कॉलेज
सुराभी रंजन- इंग्लिश- मगध महिला कॉलेज

वर्षा कुमारी- संस्कृत- मगध महिला कॉलेज
अंजना कुमार- मैथिली- मगध महिला कॉलेज

रिजवाना परवी- ऊर्दू- मगध महिला कॉलेज
आसिया महमूद- अरबी- पटना कॉलेज

आराध्या सिन्हा- फिलॉस्फी- मगध महिला कॉलेज
कशिश कुमारी- म्यूजिक- मगध महिला कॉलेज

प्रियंका कुमारी- इतिहास- मगध महिला कॉलेज
शिवानी कुमारी- सोशियोलॉजी- मगध महिला कॉलेज

हर्षवर्द्धन- पॉलिटिकल साइंस- पटना कॉलेज
जाह्नवी कुमारी- इकोनॉमिक्स- पटना कॉलेज

कशिश बच्चन- साइकोलॉजी- मगध महिला कॉलेज
ज्योति प्रताप- जियोग्राफी- पटना कॉलेज

चंदन कुमार- एआइएच एंच आर्क- पटना कॉलेज
सायमा अरशद- होम साइंस- मगध महिला कॉलेज

गोलू कुमार- मैथेमेटिक्स- पटना कॉलेज
छोटू कुमार- स्टैटिस्टिक्स- बीएन कॉलेज

सन्नी कुमार- फिजिक्स- पटना साइंस कॉलेज
आयुषी शर्मा- केमिस्ट्री- मगध महिला कॉलेज

भाव्या- बॉटनी- मगध महिला कॉलेज
स्वाती- जूलॉजी- मगध महिला कॉलेज

सुमन सुमित- जियोलॉजी- पटना साइंस कॉलेज
कमल किशोर- मैथेमेटिक्स- बीएन कॉलेज

अफसाना- स्टैटिस्टिक्स- पटना साइंस कॉलेज
आनंद कुमार- कॉमर्स- वाणिज्य महाविद्यालय

विवेक कुमार- लॉ- पटना लॉ कॉलेज
अंबिका सिंह- एजुकेशन- वीमेंस ट्रेनिंग कॉलेज

पल्लवी कुमारी- लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस- इंस्टिट्यूट ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस
अयांशी जे- अप्लाइड आर्ट्स – कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड क्राफ्ट

तनुश्री घोष- अप्लाइड आर्ट्स- कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड क्राफ्ट

टॉपर्स ने कहा शिक्षकों के सहयोग से मिला सम्मान

मैंने सभी सेमेस्टर में बेहतर प्रदर्शन किया है. मुझे शिक्षकों और बैचमेट ने भी काफी सहयोग किया था, जिसकी वजह से मैं परीक्षा की बेहतर तैयारी कर पाया. आगे मैं सिविल सेवा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहता हूं. – कमल किशोर, मैथेमेटिक्स, बीएन कॉलेज

मैंने शुरुआत से ही यह तय किया था कि मुझे सभी सेमेस्टर में बेहतर प्रदर्शन करना है. मैं अपनी सफलता का श्रेय अपने अभिभावकों और शिक्षकों को देना चाहती हूं. मेरी तमन्ना है कि मैं रिसर्च के क्षेत्र में भी अपनी अलग पहचान स्थापित करूं. – स्वाती, जूलॉजी, मगध महिला कॉलेज

मैंने यह सोच कर कभी मेहनत किया था कि गोल्ड मेडल पाना है. लेकिन परीक्षा की तैयारी मैं सेमेस्टर की शुरुआत से ही शुरू कर देती थी. खुद को टार्गेट देती थी और उसे पूरा करती थी. आगे मैं एक लेक्चरर के रूप में अपना करियर बनाना चाहती हूं – भाव्या, बॉटनी, मगध महिला कॉलेज

शिक्षकों और दोस्तों के सहयोग से मैंने यह सफलता हासिल की है. गोल्ड मेडल पाकर काफी खुशी हो रही है. कोशिश रहेगी कि एमए में भी गोल्ड मेडल हासिल करूं. मेरी ख्वाहिश है कि प्रोफेसर के रूप में मैं भी विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करूं. – प्रेमजीत, हिंदी, पटना कॉलेज

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