मानसून का असर, बिहार में गंगा, पुनपुन और घाघरा का बढ़ रहा है जल स्तर
बिहार में लगातार हो रही बारिश से गंगा, पुनपुन और घाघरा नदियों के जल स्तर में बढ़ोतरी हो रही है. हालांकि, इससे अभी बाढ़ का कोई खतरा नहीं है. गंगा नदी के जल स्तर में सबसे अधिक बढ़ोतरी भागलपुर में हुई है.
पटना : बिहार में लगातार हो रही बारिश से गंगा, पुनपुन और घाघरा नदियों के जल स्तर में बढ़ोतरी हो रही है. हालांकि, इससे अभी बाढ़ का कोई खतरा नहीं है. गंगा नदी के जल स्तर में सबसे अधिक बढ़ोतरी भागलपुर में हुई है. वहीं, पटना के सभी घाटों पर जल स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. जल संसाधन विभाग के केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कोषांग की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार सुबह छह बजे से रविवार सुबह छह बजे तक इन सभी नदियों के जल स्तर में बढ़ोतरी हुई.
गंगा नदी के जल स्तर में बक्सर में 0.21 मीटर, पटना के दीघा में 0.38 मीटर, गांधी घाट पर 0.32 मीटर, हथिदह में 0.33 मीटर, मुंगेर में 0.24 मीटर, भागलपुर 0.48 मीटर व कहलगांव 0.29 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गयी. वहीं, पुनपुन नदी के जल स्तर में श्रीपालपुर में 0.28 मीटर की बढ़ोतरी हुई है. घाघरा नदी के जल स्तर में दरौली में 0.35 मीटर और गंगपुर सिसवन में 0.22 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है.
नेपाल की तरफ से गंडक नदी में आ रहा पानी
नेपाल से वाल्मीकिनगर बराज के माध्यम से गंडक नदी में लगातार पानी आने लगा है. प्रत्येक साल जुलाई महीने की शुरुआत में एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी आता था. इस बार करीब 10 दिन पहले ही रविवार को एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी आया. हालांकि इससे फिलहाल कोई खतरा नहीं है. अभी स्थिति सामान्य है, लेकिन गंडक बराज के अपस्ट्रीम में बने दाएं एफ्लक्स बांध पर गश्त और उसकी मरम्मत की अनुमति नेपाल से नहीं मिलने से स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. इस पर आधिकारिक बातचीत जारी है. केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कोषांग के अनुसार वाल्मीकिनगर बराज से रविवार सुबह छह बजे एक लाख 47 हजार 500 क्यूसेक पानी गंडक में छोड़ा गया था. वहीं सुबह आठ बजे एक लाख 52 हजार 900 क्यूसेक पानी आया था.