बिहार की बिजली कंपनियों ने 300 दिन में कमाये दस हजार करोड़ रुपये, 28 फीसदी बढ़ा राजस्व
बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के सीएमडी संजीव हंस ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में कंपनी ने 10,742 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह किया था, जबकि वर्तमान वित्तीय वर्ष के पहले दस माह में ही दस हजार करोड़ रुपये का आंकड़ा छूने में सफलता मिली है.
बिहार की बिजली आपूर्ति कंपनियों ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहले 300 दिनों में दस हजार करोड़ रुपये का रिकॉर्ड राजस्व संग्रहित किया है. यह पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 की तुलना में 28 फीसदी अधिक है. बिजली कंपनियों ने 2021-22 में 357 दिनों में दस हजार करोड़ के आंकड़े को पार किया था. वहीं 2022-23 में इस आंकड़े को पार करने में बिजली कंपनियों को 300 दिन का वक्त लगा.
दस माह में 10 हजार करोड़ की कमाई
बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के सीएमडी संजीव हंस ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में कंपनी ने 10,742 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह किया था, जबकि वर्तमान वित्तीय वर्ष के पहले दस माह में ही दस हजार करोड़ रुपये का आंकड़ा छूने में सफलता मिली है. अगले दो महीने में राजस्व संग्रहण का आंकड़ा और बढ़ेगा. इसके लिए ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने दोनों बिजली वितरण कंपनियों के एमडी को बधाई दी है.
बिहार में अब तक 12.30 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगे
सीएमडी ने बताया कि हर घर बिजली योजना से लेकर स्मार्ट प्रीपेड मीटर के इंस्टालेशन में भी बिहार की बिजली कंपनियों ने राष्ट्रीय स्तर पर रिकॉर्ड कायम किया है. वर्तमान में बिहार में 12.30 लाख से अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग चुके हैं. मुजफ्फरपुर सर्किल के अंतर्गत शहरी क्षेत्र में एक और दो डिविजन मे तेजी से स्मार्ट मीटर लगाने का काम हो रहा है.
जागरूक उपभोक्ताओं के कारण लक्ष्य प्राप्ति हुई आसान
विपरीत मौसम के बावजूद मुजफ्फरपुर सर्किल में पिछले एक माह में 6200 मीटर लग चुके हैं. इसमें मुजफ्फरपुर शहरी में 5150 और सीतामढ़ी के डुमरा (ग्रामीण) क्षेत्र में 1000 से अधिक मीटर लग चुके हैं. उन्होंने कहा कि कंपनी द्वारा आधुनिक तकनीकों का आत्मसात करने और जागरूक उपभोक्ताओं के कारण हम अपने लक्ष्य को आसानी से पा रहे हैं.