मसौढ़ी. धनरूआ प्रखंड में गुरुवार शाम से शुक्रवार शाम तक लगभग चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति बाधित रहने से एक ओर पानी के लिए लोगों में हाहाकार मच गया. वहीं, इस भीषण गर्मी में लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. वहीं शुक्रवार को प्रखंड के बहरामपुर स्थित उच्च विद्यालय कि एक छात्रा गर्मी कि बजह से बेहोश हो गयी. गुरुवार कि शाम आयी तेज बारिश के बाद धनरूआ, कोल्हाचक, सिराधी, बांसबिगहा एवं देवकुली फीडर की बिजली आपूर्ति बंद हो गयी. इधर धनरूआ उपप्रमुख प्रेम कुमार समेत अन्य कुछ जनप्रतिनिधियों का आरोप था कि बिजली बंद होने कि जानकारी के लिए जब कनीय अभियंता व सहायक अभियंता को फोन किया गया तो उनका फोन रिसीव नहीं हो पाया. नतीजतन पूरे प्रखंड के लोग गुरुवार कि शाम से शुक्रवार कि शाम तक बिजली के लिए तरस गये. इस दौरान पानी के लिए लोगों को इधर उधर भटकना पड़ा. इधर विद्युत कनीय अभियंता पंकज कुमार ने बताया कि गुरुवार की शाम आयी बारिश के बाद प्रखंड के बरनी व चनाकी के बीच 33 केवी का 25 पोल पर लगा इंसुलेटर ब्रेक कर गया. इससे धनरूआ प्रखंड की बिजली बंद हो गयी थी. बारिश व रात में ब्रेकअप इंसुलेटर की काफी खोजबीन की गयी, लेकिन पता नहीं चल पाया. नतीजतन शुक्रवार कि सुबह करीब साढ़े दस बजे धनरूआ फीडर व बारह बजे कोल्हाचक फीडर कि बिजली पुनः बहाल कर दी गयी. वहीं, शाम चार बजे बहरामपुर व सिराधीपर फीडर कि बिजली बहाल हो चुकी थी. शेष बचे देवकुली फीडर की बिजली ठीक करने में कर्मी लगे हुए हैं और अंधेरा होने के पहले वहां भी बिजली बहाल हो जायेगी. इधर कनीय अभियंता कि बातों को धनरूआ प्रखंड मुख्यालय व आसपास के लोगों ने गलत बताया और कहा कि साढ़े दस बजे बिजली आयी जरूर, लेकिन कुछ देर रहने के बाद कट गयी. कनीय अभियंता का कहना था कि दूसरे जगह ( फीडर) कि बिजली ठीक करने के लिए बिजली बंद करनी पड़ती है.
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