Smart Meter : बिहार में बिजली चोरी एक बड़ी समस्या है. इस पर लगाम लगाने के लिए बिजली आपूर्ति करने वाली कंपनी पेसू (पटना इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई यूनिट) ने हाल ही में पांच सदस्यीय एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) टीम का गठन किया है. इस टीम का मुख्य उद्देश्य पटना शहर में बिजली चोरी को शून्य पर लाना है. पिछले एक महीने में पेसू की इस एसटीएफ टीम ने 10 से अधिक जगहों पर छापेमारी कर बिजली चोरी करने वालों पर नकेल कसी है.
चोरी के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल
पेसू की कार्रवाई में चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि अब चोर स्मार्ट प्रीपेड मीटर में भी नई तकनीक का इस्तेमाल कर बिजली चोरी कर रहे हैं. एसटीएफ की टीम ने रिमोट कंट्रोल तकनीक के जरिए बिजली चोरी करने वाले चोरों का पर्दाफाश किया है. छापेमारी करने वाले अफसरों ने बताया कि अब चोर स्मार्ट मीटर में सेंसर लगाकर रिमोट कंट्रोल के जरिए मीटर रीडिंग को प्रभावित कर बिजली चोरी कर रहे हैं. शहर में बिजली चोरी के 10 में से छह मामलों में इस नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया है.
सेंसर लगाकर रिमोट से कर रहे चोरी
बिजली चोर स्मार्ट मीटर के अंदर सेंसर लगाकर उसे रिमोट से नियंत्रित करते हैं. इस तकनीक से मीटर रीडिंग बाधित होती है और बिजली चोरी आसान हो जाती है. ऐसे में चोर मीटर को बायपास कर देते हैं और पूरी बिजली खपत दर्ज नहीं होने देते, जिससे पेसू को भारी नुकसान हो रहा है.
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पेसू की छापेमारी से हुआ खुलासा
पिछले सप्ताह पेसू की एसटीएफ टीम ने एक ही दिन में दो अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर बिजली चोरी के मामलों का पर्दाफाश किया. इन कार्रवाइयों से साफ है कि पेसू की टीम पूरी तत्परता से काम कर रही है और बिजली चोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है. उम्मीद है कि आने वाले दिनों में शहर में बिजली चोरी की घटनाओं में कमी आएगी और पेसू को इन तकनीकी चोरों से राहत मिलेगी.
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