पीएमसीएच में 73 बेडों का नया इमरजेंसी वार्ड शुरू, गंभीर मरीजों का होगा इलाज, ये मिलेगी सुविधाएं

नये इमरजेंसी वार्ड को पूरी तरह से वातानुकूलित बनाया गया है. यहां सभी बेड इलेक्ट्रिक हैं. डॉक्टर व नर्सों को अलग से बैठने की व्यवस्था है. साथ ही ड्रेसिंग रूम, इसीजी रूम आदि अलग-अलग बनाये गये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | March 5, 2022 7:22 AM

पटना. पीएमसीएच में इलाज कराने आ रहे मरीजों के लिए राहत भरी खबर है. अब उनको प्राइवेट अस्पतालों की तर्ज पर इमरजेंसी वार्ड में सुविधाएं मिलेंगी. शुक्रवार को न्यू मेडिकल इमरजेंसी वार्ड का उद्घाटन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आइएएस ठाकुर ने किया. डॉ. ठाकुर ने बताया कि नये इमरजेंसी वार्ड में कुल 73 बेड हैं जिनमें यूरोलॉजी, हार्ट अटैक, ऑर्थोपेडिक्स, सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी आदि गंभीर रोगियों का इलाज किया जायेगा. इसके साथ ही चार नये मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर का भी उद्घाटन किया गया. जहां सभी तरह के गंभीर मरीजों का ऑपरेशन किया जायेगा.

सभी बेड इलेक्ट्रिक हैं

नये इमरजेंसी वार्ड को पूरी तरह से वातानुकूलित बनाया गया है. यहां सभी बेड इलेक्ट्रिक हैं. डॉक्टर व नर्सों को अलग से बैठने की व्यवस्था है. साथ ही ड्रेसिंग रूम, इसीजी रूम आदि अलग-अलग बनाये गये हैं. वहीं वर्तमान में टाटा वार्ड में चल रही इमरजेंसी के सभी मरीजों को न्यू इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है. देर रात तक 40 से अधिक मरीज भर्ती हो गये हैं. वहीं टाटा वार्ड को कोविड वार्ड में तब्दील किया जायेगा. यहां अब कोरोना के मरीजों का इलाज किया जायेगा. उद्घाटन के मौके पर उपाधीक्षक डॉ. अशोक कुमार झा, डॉ. अभिजित सिंह आदि सभी विभाग के विभागाध्यक्ष व सीनियर डॉक्टर उपस्थित थे.

आईजीआईएमएस में आज से 150 मरीजों का ओपीडी में इलाज

पटना. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में शनिवार से ओपीडी में रोजाना 150 मरीजों का इलाज किया जायेगा. संस्थान के निदेशक डॉ विभूति सिन्हा की देखरेख में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. वहीं आइजीआइएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने बताया कि जनवरी में कोरोना को देखते हुए ओपीडी में इलाज बंद कर दिया गया था. सिर्फ ऑनलाइन टेली काउंसेलिंग से इलाज किया जा रहा था. धीरे-धीरे केस कम हुए तो संख्या बढ़ायी गयी. वर्तमान में रोजाना 100 मरीजों का इलाज किया जाता है. जिसे अब बढ़ाकर 150 कर दिया गया है. सुपर स्पेशियालिटी विभाग में 150 और बाकी विभाग में सभी मरीजों का इलाज किया जायेगा.

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