– अंतरराज्जीय गिरोह से संबंधों को लेकर की पड़ताल, रिमांड अवधि खत्म होने पर आज भेजे जायेंगे जेल संवाददाता, पटना. बीपीएससी द्वारा ली गयी तृतीय चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में उज्जैन से गिरफ्तार आरोपितों से आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की विशेष टीम लगातार पूछताछ कर रही है. इन अभियुक्तों को कोर्ट से रिमांड पर लिया गया था. रिमांड अवधि पूरी होने पर उनको रविवार को वापस न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया जायेगा. पूछताछ में गिरफ्तार आरोपितों के तार उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक कांड से भी जुड़ रहे हैं. इओयू सूत्रों के अनुसार, नालंदा के नगरनौसा का रहने वाला शिव कुमार उर्फ डा. शिव उर्फ बिट्टू और पटना के खगौल का रहने वाले शुभम मंडल उर्फ शिवम अंतरराज्यीय प्रश्न-पत्र लीक गिरोह के सदस्य हैं. डा. शिव 2017 में नीट की परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक कांड का अभियुक्त रहा है. इस मामले में मई, 2017 में उसके विरुद्ध पत्रकार नगर थाने में प्राथमिकी भी दर्ज है. इस मामले में उसका सह-आरोपी शुभम मंडल था जो यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक मामले में गिरफ्तार हो चुका है. इसके अलावा भी शुभम कई महत्वपूर्ण सरकारी संस्थानों की प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न-पत्र लीक और फर्जीवाड़े को अंजाम दे चुका है. इस गिरोह के सदस्य उत्तरप्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में भी हैं, जिनकी मदद से इन राज्यों की प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा किया जाता है. बिहार की शिक्षक भर्ती और यूपी की सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक में कई समानताएं भी देखी जा रही हैं. दोनों ही परीक्षाओं का प्रश्न-पत्र प्रिंटिंग प्रेस से लीक होने की आशंका है. इसके अलावा शिक्षक अभ्यर्थियों की तरह सिपाही भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को भी सॉल्वर गैंग ने मोटी राशि देकर उत्तर उपलब्ध कराये थे. सूत्रों के अनुसार, इओयू की टीम उज्जैन से गिरफ्तार शिव, बल्ली उर्फ संदीप, प्रदीप कुमार, तेज प्रकाश और सौम्या से मिले इनपुट के आधार पर गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गयी है.
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