पटना: अवैध बालू खनन में डोरीगंज (सारण) के तत्कालीन थानाध्यक्ष संजय प्रसाद के दो ठिकानों पर इओयू (आर्थिक अपराध इकाई) ने मंगलवार को छापेमारी की. ये छापेमारी पश्चिम चंपारण के साठी थाने के समहौता गांव स्थित उनके पैतृक आवास और मुजफ्फरपुर के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र में उनके किराये के फ्लैट में की गयी.
2009 बैच के दारोगा संजय के पास 49.64 लाख रुपये से ज्यादा की संपत्ति मिली है, जो इनकी आय के स्रोतों से 24.82 लाख रुपये अधिक है. उन्हें हर माह करीब 60 हजार रुपये वेतन मिलता है. लेकिन, मई 2015 से अक्तूबर 2017 तक उन्होंने अपने वेतन खाते से एक रुपये की निकासी नहीं की थी. सारण के डोरीगंज थाने में तैनाती के दौरान कई स्थानीय लोगों से अपने खाते में भी पैसे ट्रांसफर करवाये हैं. उन्हें हाल ही में निलंबित किया गया हैं.
सर्च के दौरान मुजफ्फरपुर के छपरा लोदी माड़ीपुर में 1725 वर्गफुट प्लॉट के पेपर मिले हैं. इसे उन्होंने 29.80 लाख में पत्नी के नाम पर खरीदा है. यहां से 2.30 लाख कैश भी मिला है. इसके अलावा आधा दर्जन बैंक खातों के कागजात मिले हैं, जो इनके व पत्नी के नाम पर हैं. इनमें 7.10 लाख रुपये जमा हैं. बीमा पॉलिसियों में उन्होंने करीब 11.24 लाख रुपये निवेश कर रखा है. एक बुलेट व एक ग्लैमर बाइक भी इनके नाम पर हैं.
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मुजफ्फरपुर के फ्लैट से 71 लाख रुपये से ज्यादा की जमीन के दस्तावेज जब्त किये गये हैं. ये प्लॉट मुजफ्फरपुर व आसपास में हैं, जिनकी रजिस्ट्री पिछले तीन-चार सालों में ही हुई है. कई प्लॉटों की रजिस्ट्री में मूल्य जानबूझ कर कम करके दर्शाया गया है. इओयू ने दस्तावेज जब्त करने के साथ ही बैंक खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
Published By: Thakur Shaktilochan