बेऊर जेलर के 172 पन्नों की ‘काली डायरी’ में छुपे हैं कई राज, भू माफिया से नेता तक का है पूरा हिसाब-किताब
EOU Raid: आर्थिक अपराध इकाई ने बताया है कि अब तक मिले तथ्यों से स्पष्ट है कि विधु कुमार के खिलाफ दर्ज किए गए DA केस जो 146 फीसदी है,धनार्जन का प्रतिशत में और भी इजाफा होने की संभावना है.
EOU Raid: पटना. बेऊर जेल के अधीक्षक विधु कुमार के पूरे खेल का खुलासा हो गया है. आर्थिक अपराध इकाई ने कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार के कमरे से काला प्लास्टिक कवर किया हुआ स्पाइरल डायरी बरामद की है, जो 172 पेज का है. डायरी में सारी काली करतूतों का हिसाब किताब है. कुल 172 पृष्ठ की डायरी में जेल में बंद कैदियों से प्राप्त अवैध राशि तथा विभिन्न व्यक्तियों के साथ नीरज कुमार सिंह आदि का नाम भी शामिल है, जिसमें लाखों रुपए दिए जाने का उल्लेख है. इस डायरी में करोड़ों की राशि की अवैध लेनदेन का हिसाब अंकित किया गया है.
कई लोग जांच एजेंसी के रडार पर
बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने बताया है कि बेऊर जेल के अधीक्षक विधु कुमार कैदियों का उत्पीड़न कराकर पैसे की उगाही कर रहे थे. दबंग बंदियों को अनुचित सुविधा देने के नाम पर मोटी रकम की वसूली की जा रही थी. विधु कुमार इसके पहले जहां भी रहे, वहां अवैध रूप से उगाही कर धन अर्जन किया. इस कार्य में इनके परिवार के कई सदस्य मित्र के अलावा एक कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार शामिल है. बताया जाता है कि डायरी के पन्नों से भू-माफिया से लेकर कद्दावर नेताओं तक से जेलर के संबंधों का खुलासा हुआ है. जांच एजेंसी के रडार पर वो तमाम लोग आ गये हैं जिनका नाम उस डायरी में दर्ज होने की बात कही जा रही है.
प्रफुल्ल के भरोसे था वसूली का पूरा काम
आर्थिक अपराध इकाई ने बताया है कि अधीक्षक विधु कुमार के बेहद खास कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार के कमरे से इनके और इनकी पत्नी और शैलजा देवी, गोपाल शरण सिंह स्नेहा भारद्वाज के नाम से संचालित विभिन्न बैंकों के पासबुक, चेक बुक के साथ कई डेबिट क्रेडिट कार्ड मिले हैं. हवाई जहाज का टिकट, उषा इंडस्ट्रीज का टैक्स इनवॉइस, चालान बुक, चार रजिस्टर जिस पर मार्च 2024 से लेकर अप्रैल 2024 का आमद लिखा हुआ है. आर्थिक अपराध इकाई ने बताया है कि अब तक मिले तथ्यों से स्पष्ट है कि विधु कुमार के खिलाफ दर्ज किए गए DA केस जो 146 फीसदी है,धनार्जन का प्रतिशत में और भी इजाफा होने की संभावना है.
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