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गैर हाजिर रहे सात अभ्यर्थियों को खोजेगी इओयू, फिर से भेजेगी नोटिस

आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) पूछताछ में अनुपस्थित रहे नौ में सात अभ्यर्थियों को दोबारा नोटिस भेजेगी.

– सॉल्वर गिरोह के पास नौ अभ्यर्थियों के मिले थे रोल कोड व रोल नंबर

संवाददाता, पटना

आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) पूछताछ में अनुपस्थित रहे नौ में सात अभ्यर्थियों को दोबारा नोटिस भेजेगी. उनके हाजिर नहीं होने पर एनटीए से मिली जानकारी के आधार पर उनके पते पर खोजबीन की जायेगी. मामला संदेहास्पद होने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है. दरअसल इओयू ने साॅल्वर गिरोह के पास मिले रोल कोड व रोल नंबर के आधार पर नौ परीक्षार्थियों को नोटिस जारी कर 18-19 जून को पूछताछ के लिए कार्यालय बुलाया था. लेकिन, इनमें से मात्र दो अभ्यर्थी बख्तियारपुर की ईशा भारती और समस्तीपुर की एक छात्रा ही अपने अभिभावकों के साथ इओयू कार्यालय पहुंची. इनसे करीब तीन घंटे तक पूछताछ हुई. इस दौरान उनकी साॅल्वर गिरोह से संलिप्तता आदि से जुड़े सवाल किये गये. छात्राओं ने नीट पेपर लीक या धांधली में किसी भी तरह की संलिप्तता से इन्कार किया. इओयू ने पूरी जानकारी लेने के बाद दोनों परीक्षार्थियों को छोड़ दिया.

गिरफ्तार परीक्षार्थियों-सेटर का कबूलनामा, परीक्षा से पहले रटवाये गये प्रश्नपत्र व उत्तर

नीट यूजी परीक्षा धांधली मामले में गिरफ्तार चारों परीक्षार्थियों और सेटरों ने पुलिस को दिये बयान में कबूल किया है कि उनको परीक्षा से एक दिन पहले ही प्रश्नपत्र मिल गया था. इन प्रश्नपत्रों व उसके उत्तर को रात में परीक्षार्थियों को रट्टा मरवाया गया था.

आयुष ने कहा, पापा ने बुलाया था कोटा से

पटना के राजवंशीनगर स्थित डीएवी स्कूल में नीट की परीक्षा देने वाले गिरफ्तार परीक्षार्थी आयुष ने भी पुलिस को दिये बयान में अपना अपराध स्वीकार किया है. उसने कहा, मैं नीट की तैयारी के लिए कोटा गया था. इसी क्रम में पापा ने फोन पर बताया कि तुम वापस पटना आ जाओ. यहां नीट परीक्षा पास कराने की सेटिंग हो गयी है. चार और पांच मई की मैं पिताजी के साथ सिकंदर अंकल के पास गया, जहां नीट का प्रश्न और उत्तर रटाया जा रहा था. इसकी पहले से मुझे कोई जानकारी नहीं थी. परीक्षा देने के बाद पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर लिया.

सिकंदर ने कहा था- 40 लाख लगेंगे सब सेट है…

आयुष के पिता अखिलेश कुमार ने पुलिस को दिये बयान में कहा कि सिकंदर ने उनसे कहा था सब सेट है. 40 लाख रुपये लगेगे. बेटा परीक्षा पास कर जायेगा. मैंने लोभ में आकर इसे स्वीकार कर लिया. अपने बच्चे का सारा कागजात सिकंदर के पास जमा कर दिया. सिकंदर बच्चे को चार मई की रात प्रश्न-पत्र रटवाने ले गया. कहा कि जब आपका बच्चा आयुष पास कर जायेगा, तब रुपये दीजिएगा.

सेटर अमित, नीतीश और यादवेंदु ने भी स्वीकार किया अपराध

साल्वर गैंग के सदस्य अमित आनंद, नीतीश और सिकंदर यादवेंदु ने भी पुलिस के सामने अपना अपराध स्वीकार कर माना है कि 32 से 40 लाख रुपये लेकर परीक्षा से पहले नीट परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र और उत्तर रटवाए गये थे. सिकंदर ने बयान दिया है कि अमित आनंद और नीतीश कुमार से मेरी मुलाकात दानापुर नगर परिषद के कार्यालय में हुई थी. दोनों ने किसी भी परीक्षा का प्रश्नपत्र आउट कराकर पास कराने का दावा किया. इसके लिए प्रति छात्र 32 लाख में डील हुई थी. मैंने आयुष, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार और शिवनंदन कुमार को चार और पांच मई की रात रामकृष्णा नगर में जाकर अमित आनंद और नीतीश कुमार के सुपुर्द किया. दोनों के द्वारा प्रश्नपत्र लाकर उत्तर सहित सभी को रटवाया गया.

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