संवाददाता, पटना
जिले के सरकारी स्कूलों में कक्षा 9वीं से 12वीं के 35 प्रतिशत विद्यार्थियों को सत्र शुरू होने के सात माह बाद भी किताबें नहीं मिल पायी हैं. किताबें नहीं मिलने की वजह से विद्यार्थियों को पढ़ाई में काफी परेशानियों का सामना करना पर रहा है. कई विद्यार्थी अपने सीनियर की किताब लेकर या फिर दोस्तों से किताब लेकर पढ़ाई कर रहे हैं. क्लास में कई बच्चों के पास किताबें नहीं होने की वजह से शिक्षकों को भी पढ़ाने में परेशानी हो रही है. किताब के अलावा विद्यार्थियों को एलइपी किट तो दे दी गयी है. लेकिन सिलेबस से जुड़े टॉपिक को एलइपी किट से पढ़ने में भी विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शहर के दरियापुर स्थित पटना कॉलेजिएट स्कूल के विद्यार्थियों ने बताया कि क्लास में करीब-करीब आधे बच्चों को किताबें नहीं मिली हैं. वहीं बांकीपुर गर्ल्स हाइस्कूल की भी छात्राओं ने बताया कि अब भी कई छात्राओं को किताबें नहीं दी गयी है. विद्यार्थियों ने बताया कि स्कूल की लाइब्रेरी में रखी किताबों से ही पढ़ाई करनी पड़ रही है. विद्यार्थियों ने बताया कि स्कूल के बाद किताब लाइब्रेरी में ही रख कर ही जाना पड़ता है.अक्तूबर माह तक सभी विद्यार्थियों को किताबें बांटने का रखा गया लक्ष्य
जिले के कक्षा 9वीं से 12वीं के सभी विद्यार्थियों को किताबें बांटने का लक्ष्य रखा गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि डिमांड के अनुसार किताबें स्कूलों को भेजी जा चुकी हैं. जिन बच्चों को किताबें नहीं मिली हैं, उन्हें अगले सप्ताह तक किताबें मिल जायेंगी. जिले में कक्षा 9वीं के बचे हुए 13 हजार, कक्षा 10वीं के 12 हजार, कक्षा 11वीं के 14 हजार और कक्षा 12वीं के 16 हजार विद्यार्थियों को किताबें दी जानी हैं. अब तक कक्षा 9वीं से 12वीं में कुल 1,63,317 किताबों की डिमांड की गयी थी, जिनमें से कक्षा 9वीं से 12वीं के बच्चों के बीच 57 हजार किताबें बांटी जा चुकी हैं.विभिन्न क्लास के बच्चों के लिए भेजी गयीं किताबें
कक्षा- किताबों की संख्या
9वीं- 37,70210वीं- 36,102
11वीं- 42,30512वीं- 47,208
B
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है